हैदराबाद, एजेंसी। भारतीय दवा कंपनी अरबिंदो फार्मा लिमिटेड कोविड-19 की वैक्सीन समेत कई अन्य वायरल वैक्सीन बनाने पर काम कर रही है. इसके लिए कंपनी को जैव प्रौद्योगिकी विभाग से वित्त पोषण के लिए मंजूरी भी मिल गई है. कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है.
फिलहाल, कंपनी ने अपनी नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में कहा, 'वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान हमने ऑरो वैक्सीन के जरिए प्रोफेक्टस बायोसाइंसेज की आरएंडडी परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करके वैक्सीन खंड में अपनी उपस्थित को मजबूत किया है. इन आरएंडडी परिसंपत्तियों के उपयोग से कई वायरस वैक्सीन विकसित की जा ही हैं, जिसमें कोविड-19 के लिए वैक्सीन भी शामिल है.' अरविंदो फार्मा ने कहा कि नवंबर 2019 में उसकी सहायक कंपनी ऑरो वैक्सीन एलएससी ने प्रोफैक्टस बायोसाइंसेज इंक यूएसए के कुछ कारोबार का 80 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया.
दवा कंपनी ने वार्षिक रिपोर्ट में कहा, 'हमारी संभावित वैक्सीन का बीआईआरएसी (जैव प्रौद्योगिकी उद्योग शोध सहायता परिषद, जैव प्रौद्योगिकी विभाग) ने मूल्यांकन किया. बीआईआरएसी ने हमारे मंच का बड़े पैमाने पर मूल्यांकन किया और हमें बताया कि हमारी वैक्सीन को प्रारंभिक विकास के लिए वित्त पोषण के लिए चुना गया है.'
कंपनी न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) विकसित कर रही है. इस उत्पाद के वैश्विक बाजार का आकार 6.2 अरब अमेरिकी डॉलर है. कंपनी ने पहले और दूसरे चरण के अध्ययन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. तीसरे चरण का क्लीनिकल अध्ययन दिसंबर 2020 तक शुरू होने का अनुमान है. अरविंदो फार्मा ने कहा कि अंतिम उत्पाद को वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक पेश किया जाएगा.
अभी तक नहीं बनी है वैक्सीन
गौरतलब है कि कोरोना की अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है. हालांकि, इन दिनों देश-विदेश में कई फार्मा कंपनियां इस दिशा में प्रयास कर रही हैं. वहीं, कुछ कंपनियों की वैक्सीन ट्रायल पर है. ऐसे में अनुमान है कि जल्द ही कोरोना की वैक्सीन आ सकती है.
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