Australia PM Anthony Albanese: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मंगलवार 23 मई को अपने ‘‘प्रिय मित्र’’ और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. इसके साथ ही अल्बनीज ने प्रधानमंत्री की तुलना अमेरिकी गायक ब्रूस स्प्रिंगस्टीन से करते हुए कहा कि मोदी जहां भी जाते हैं उनका ‘रॉकस्टार जैसा स्वागत’ होता है.
अल्बनीज ने शहर के सबसे बड़े इनडोर स्टेडियम में से एक कुडोस बैंक एरिना में 21,000 लोगों की भीड़ के सामने मोदी का स्वागत किया. इसके साथ ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेहतर सहयोग की हिमायत की. पीएम मोदी जब दर्शकों को संबोधित करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो अल्बनीज ने कहा कि मोदी जहां भी जाते हैं, उनका रॉकस्टार की तरह स्वागत होता है.
प्रधानमंत्री मोदी हैं बॉस
अल्बनीज ने कार्यक्रम में कहा, "आखिरी बार मैंने इस मंच पर ब्रूस स्प्रिंगस्टीन को देखा था और उनका भी ऐसा स्वागत नहीं हुआ था जैसा प्रधानमंत्री मोदी का हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी बॉस हैं." उन्होंने मोदी को ऑस्ट्रेलिया में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की भावना लाने के लिए धन्यवाद दिया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों पर अल्बनीज ने कहा कि वह व्यापार और शिक्षा सहित दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और आगे बढ़ते देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय छात्र एक-दूसरे के देशों में रह रहे हैं और पढ़ रहे हैं और उन अनुभवों को अपने अपने देशों में ले जा रहे हैं.
अनफॉरगेटेबल पलों से भरी थी यात्रा
अल्बनीज ने कहा कि उन्होंने जब इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री के रूप में भारत का दौरा किया तो उन्हें 28 साल की उम्र में की गई भारत की अपनी पिछली यात्राओं की याद आ गई. उन्होंने कहा कि यह अनफॉरगेटेबल पलों से भरी एक यात्रा थी. अल्बनीज ने कहा कि गुजरात में होली मनाना, नई दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करना और चौथे टेस्ट के पहले दिन अहमदाबाद में अविश्वसनीय रूप से विशाल स्टेडियम का चक्कर लगाना एक अद्भुत अनुभव रहा.
अल्बनीज ने कहा 1991 में जब मैंने पांच सप्ताह के लिए भारत का भ्रमण किया था, तो वह गर्मजोशी महसूस की थी. उन्होंने कहा कि अगर आप भारत को समझना चाहते हैं, तो ट्रेन और वीडियो बस से यात्रा करें. अल्बनीज और मोदी ने मंगलवार को ‘सेंटर फॉर ऑस्ट्रेलिया-इंडिया रिलेशंस’ के लिए उद्घाटन सलाहकार बोर्ड की घोषणा की. ऑस्ट्रेलिया सरकार ने इस साल की शुरुआत में इस केंद्र को स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की थी.
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