Jammu Kashmir Avalanche Warning: जम्मू कश्मीर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 12 जिलों में हिमस्खलन की संभावना के बारे में चेतावनी जारी की है. SDMA ने उन जिलों के लिए 'मध्यम खतरे' की चेतावनी जारी की है जो 2,000 से 2,500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इन जिलों में अनंतनाग, बांदीपोर, बारामूला, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, डोडा, किश्तवाड़ और पुंछ शामिल हैं.


वहीं रियासी, राजौरी और रामबन जिलों में 'कम खतरे' के स्तर के साथ हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है. ये जिले 2,500 मीटर की ऊंचाई से ऊपर हैं. एसडीएमए ने कहा कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. इसी के साथ लोगों को हिमस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गई है.


इससे पहले, 5 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के लाहौल अनुमंडल में चीका के पास हिमस्खलन की चपेट में आने से सीमा सड़क संगठन (BRO) के दो मजदूरों की मौत हो गई थी और एक लापता हो गया था. मृतकों की पहचान राम बुद्ध (19) और राकेश के रूप में हुई है, जबकि लापता व्यक्ति की पहचान नेपाल निवासी पसंग छेरिंग लामा के रूप में हुई है.


जम्मू कश्मीर में कैसा है मौसम


जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों में रुक-रुककर बारिश जारी है. गुलमर्ग और सोनमर्ग सहित कश्मीर के ऊपरी इलाकों से ताजा बर्फबारी हुई है. गुलमर्ग और साधना टॉप के स्की-रिसॉर्ट में 12 इंच से अधिक की बर्फबारी दर्ज की गई है, जबकि करगिल में पांच इंच से अधिक बर्फबारी हुई है. इसी के साथ, मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूरे दिन बारिश की भविष्यवाणी भी की है.


'श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर यात्रा करने वाले सावधानी बरतें'


मौसम विभाग ने हिमस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों से दूर रहने का भी आग्रह किया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा, 'लोगों को संबंधित यातायात पुलिस से सड़क की स्थिति की पुष्टि करने के बाद ही यात्रा करनी चाहिए, विशेष रूप से ऊंचाई वाले इलाकों और श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर.'


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