ग्रेटर नोएडा: मशहूर IT कंपनी के AVP ने की खुशकुशी, छेड़छाड़ के आरोपों के बाद चली गई थी नौकरी
स्वरूप राज की आत्म हत्या के बाद उनकी पत्नी कृति का रो-रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि ये कौन लड़कियां हैं मैं नहीं जानती, स्वरूप ने भी इनके बारे में कभी ज़िक्र नही किया. कंपनी को कम से कम इन्वेस्टीगेशन तो करनी चाहिए थी.
नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा में मशहूर आईटी कंपनी जेनपैक्ट कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज के घर में खुदकुशी करने का मामला सामने आया है. स्वरूप राज पर कंपनी की दो महिलाओं ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. आरोपों के स्वरूप राज को कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था.
आरोपों के बाद कंपनी ने इंटरनल जांच बिठाई थी, इस जांच में स्वरूप पर आरोप सही पाए थे. पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें स्वरूप राज ने खुद को निर्दोष बताया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
स्वरूप राज ने सुसाइड नोट में क्या लिखा? स्वरूप राज ने सुसाइड नोट अपनी पत्नी के लिए लिखा है. सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा, ''आज मैं तुमको बताना चाहता हूं कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं. मेरे ऊपर कंपनी की 2 महिला कर्मचारियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. मेरा विश्वास करो मैंने कुछ भी नहीं किया. मुझे पता है कि दुनिया इसे समझेगी लेकिन तुम्हें और हमारे परिवार को मुझ पर विश्वास करना चाहिए. सारे आरोप झूठे हैं.''
उन्होंने आगे लिखा, ''जेनपैक्ट में सभी लोग ये बात जानते हैं, लेकिन मेरे अंदर इन आरोपों को सहने की हिम्मत नहीं है. मैं चाहता हूं कि तुम मजबूत बनो और अपनी जिंदगी पूरी इज्जत से जिओ क्योंकि तुम्हारे पति ने कुछ भी गलत नहीं किया है. विद लव स्वरुप...मैं जा रहा हूं क्योंकि अगर निर्दोष भी साबित हुआ तो मुझे शक की निगाह से ही देखेंगे.''
पत्नी का रो-रो बुरा हाल, कहा- कंपनी ने बिना जांच के निकाला स्वरूप राज की आत्म हत्या के बाद उनकी पत्नी कृति का रो-रो कर बुरा हाल है. कृति ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''मैं काम से रात को लौटी तो दरवाज़ा नहीं खुल रहा था. मुश्किल से अंदर घुसे तो देखा कि अंदर वाले कमरे में स्वरूप पंखे से लटके हुए थे. लड़कियों को यह अधिकार है कि किसी पर भी आरोप लगा दें और उसकी जिंदगी बर्बाद कर दे. इसलिए आज लोग फीमेल एंप्लॉय को नहीं रखते.''
कृति ने कहा, ''स्वरूप काम को लेकर बहुत सीरियस इंसान थे, सबकी मदद करते थे. वो यह सोच भी नहीं सकते थे कि उनपर इस तरह का आरोप लगेगा. ये कौन लड़कियां हैं मैं नहीं जानती, स्वरूप ने भी इनके बारे में कभी ज़िक्र नही किया. कंपनी को कम से कम इन्वेस्टीगेशन तो करनी चाहिए थी.''