नई दिल्ली: अयोध्या पर आज सुबह साढ़े दस बजे से आने वाले फैसले के चलते देशभर में अलर्ट है. उत्तर प्रदेश को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है. हर जिले में भारी पुलिस फोर्स तैनात है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश की मदद के लिए चार हजार अर्धसैनिक बल भेजे हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने 40 कंपनी अतिरिक्त सुरक्षा बल उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराए हैं. उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी गई है. अब राज्य के डीजीपी ओपी सिंह ने किसी भी तरह की अफवाह न फैलाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि शांति बनी रहे इसके लिए हमने राज्य भर में लगभग 10,000 बैठकें धार्मिक नेताओं और नागरिकों के साथ कीं हैं.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा है कि ''हम जनता से अपील करते हैं कि वह किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं और न ही किसी अफवाह पर विश्वास करें.'' उन्होंने कहा है कि ''राज्य में फैसले के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.'' ओपी सिंह ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी जाएगी.
यूपी के डीजीपी ने कहा, ''हमने विश्वास निर्माण के उपाय किए हैं, हमने राज्य भर में लगभग 10,000 बैठकें धार्मिक नेताओं और नागरिकों के साथ कीं. हम राज्य के लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाह नहीं फैलाने की अपील कर रहे हैं.''
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर आदि संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती है. अयोध्या की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है. बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी के साथ बैठक की थी. इस बैठक में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अयोध्या जमीन विवाद पर फैसले से पहले सुरक्षा और सरकारी महकमों की तैयारियों के बारे में जानकारी ली थी.
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