अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दशकों से टेंट में विराजमान रामलला को अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया. रामलला की मूर्ति राम जन्म भूमि परिसर में मानस भवन के पास एक अस्थाई मंदिर में रखी गई है. जब तक मंदिर निर्माण का काम पूरा नहीं होता, तब तक रामलला इसी मंदिर में रहेंगे. इस मौके पर सीएम योगी ने मंदिर निर्माण के लिए अपनी ओर से 11 लाख रुपये का चेक दिया.


9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण सुनिश्चित होने के बाद इस घड़ी का इंतज़ार हो रहा था. हालांकि जिस भव्य तरीक़े से ये कार्यक्रम होने की संभावना जताई जा रही थी, उसपर कोरोना ने पानी फेर दिया.



शिफ्टिंग के इस कार्यक्रम में सीएम, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों के अलावा पुजारी ही शामिल हुए. शिफ्टिंग के कार्यक्रम के लिए सोमवार सुबह से ही रामलला के परिसर में अनुष्ठान होना शुरू हो गया था. इसके लिए 15 पुजारियों ने रामलला परिसर में हवन पूजन किया.


इस कार्यक्रम में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं थी. ऐसे में सरकार ने इसका सीधा प्रसारण कराने का फ़ैसला किया, ताक़ि राम भक्त घर बैठे शिफ्टिंग भी देख सकें और अयोध्या जाने की कोशिश न करें.


कोरोना की वजह से अयोध्या में लॉकडाउन है. ज़िले की सीमाएं सील हैं और ज़रूरी चीज़ों को छोड़कर बाक़ी सभी दुकानें बंद कराई गई हैं.


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