नई दिल्ली: अयोध्या में विवादित भूमि पर राममंदिर बनाने का प्रस्ताव रखने वाले मौलाना सलमान नदवी पर बड़ा आरोप लगा है. ये आरोप अयोध्या सद्भावना समिति के महासचिव अमरनाथ मिश्रा ने लगाया है.
अमरनाथ मिश्रा ने गीता की कमस खाकर मौलाना नदवी पर इस प्रस्ताव के लिए पांच हजार करोड़ की रिश्वत के साथ-साथ राज्यसभा की सदस्यता मांगने का गंभीर आरोप लगाया है. इतना ही नहीं मौलाना नदवी पर मंदिर के पक्ष में प्रस्ताव देने के लिए 200 एकड़ जमीन मांगने का आरोप भी लगा है. हालांकि नदवी इन आरोपों से इंकार कर रहे हैं.
अमरनाथ मिश्र के आरोपों से भड़के मौलाना नदवी ने कहा, ''कुछ लोग हैं जो देश की फिजा को ठीक नहीं होने देना चाहते हैं. अमरनाथ मिश्रा के आरोप निराधार हैं. मेरे पास दौलत की कोई कमी नहीं है और जहां तक मस्जिद बनाने की बात है तो मेरे एक इशारे पर अरबों रुपये चंदा जमा हो जाएंगे.."
किस आधार पर आरोप लगा रहे हैं अमरनाथ मिश्रा?
मौलाना सलमान नदवी पर गंभीर आरोप लगाने अमरनाथ मिश्रा का दावा है कि एक दिन पहले भी नदवी का मैसेंजर उनके पास आया था. अमरनाथ मिश्रा अब भी अपने आरोपों पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि नदवी के इंकार करने से कुछ नहीं होगा क्योंकि उनके पास सारे सबूत हैं.
मौलाना नदवी पर पहले भी लगे हैं आरोप
यह पहला मामला नहीं है जब मौलाना सलमान नदवी पर आरोप लगे हैं. इससे पहले सांसद असदुद्दीन ओवैसी नदवी पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगा चुके हैं.
पक्षकारों ने कहा: ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
मस्जिद के मुद्दई हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने कहां की यह लोग सस्ती राजनीति सस्ती लोकप्रियता TV चैनल अपना चेहरा दिखाने और पैसे के लेनदेन से प्रेरित होकर मध्यस्ता करा रहे हैं. ऐसे लोगों पर सरकार को कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए इन को प्रतिबंधित करके कड़ी से कड़ी सजा देना चाहिए.
राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास जी ने स्पष्ट किया कि अब सिर्फ राम मंदिर निर्माण की ही बात होगी. सारे सबूत और गवाह हम कोर्ट में पेश कर चुके हैं जो हमारे हक में हैं. किसी भी समझौते की बात से कोई लेना देना नहीं है और ना ही समझौते को माना जाएगा.