आखिर अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद क्या बोले श्री श्री रविशंकर, क्या ट्रस्ट में रहेंगे?
हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच मध्यस्थ रहे श्री श्री रविशंकर ने कहा, "जैसा कि हम लोगों ने सोचा था वैसा ही फैसला आया है. दोनों पक्षों के लिए समाधान कर निर्णय आया है. इससे बहुत खुशी है."
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नई दिल्ली: दशकों पुराने अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद यूं तो तमाम लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई है. लेकिन इन सभी प्रतिक्रियाओं के बीच आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की सबसे अहम प्रतिक्रिया है. आध्यात्मिक गुरु श्री श्री अयोध्या मामले पर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ रहे हैं. श्री श्री रविशंकर ने अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की.
इस पूरे मामले में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच मध्यस्थ रहे श्री श्री रविशंकर ने कहा, "जैसा कि हम लोगों ने सोचा था वैसा ही फैसला आया है. दोनों पक्षों के लिए समाधान कर निर्णय आया है. इससे बहुत खुशी है." श्री श्री आगे कहते हैं कि सबकी सहमति से मंदिर बने ऐसी ही सब की उम्मीद है और हमारी भी.
क्या ट्रस्ट में रहेंगे श्री श्री? राम मंदिर पर फैसला आने के बाद अब सबसे अहम सवाल यह बना हुआ है कि आखिर मंदिर के ट्रस्ट में कौन-कौन शामिल होंगे? जाहिर सी बात है कि अयोध्या मामले में मध्यस्थ रहे श्री श्री से यह सवाल पूछा जाना लाजमी था. जब श्री श्री से एबीपी न्यूज़ ने यह जानना चाहा कि क्या वह मंदिर के लिए बनने वाले ट्रस्ट में शामिल होना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, "राम मंदिर ट्रस्ट के लिए देश में बहुत संत हैं, बहुत महान लोग हैं. वह सब लोग मिलकर राम मंदिर निर्माण करेंगे. हम ट्रस्ट में नहीं रहेंगे, हम सिर्फ मंदिर का दर्शन करेंगे."
मुस्लिम खुशी से मस्जिद बनाएं सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर फैसला देते हुए कहा है कि मुस्लिम समुदाय को 5 एकड़ जमीन दी जाए . जब इस बारे में श्री श्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय खुशी से मस्जिद बनाएं. हम चाहते हैं मंदिर भी बने और मस्जिद भी बने.
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