अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में थे. सीएम बनने के बाद ये उनका अयोध्या का दूसरा दौरा था. सीएम यहां राम मन्दिर आंदोलन के अगुवा रहे परमहंस रामचन्द्र दास की बरसी पर श्रद्धांजलि सभा के आयोजन में पहुंचे थे. मौके की नज़ाकत के हिसाब ने योगी ने राम मंदिर का मुद्दा उठाया और कहा कि बातचीत से ही समाधान संभव है. दोनों पक्षों को मिल बैठ कर बात करनी चाहिए.
श्रद्धांजलि सभा में लोगों की काफी भीड़ थी. योगी ने मंच से भीड़ को संबोधित किया गया. राम मंदिर के निर्माण के सवाल पर उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारें आपकी भावनाओं के अनुरूप काम करेंगी. सीएम बनने के बाद दूसरे दौरे की तरफ इशारा करते हुए योगी ने कहा, "मैं बार-बार अयोध्या आता रहा हूं और आता रहूंगा. इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. राम और बुद्ध हमारी पहचान हैं."
योगी ने कहा कि अयोध्या जैसे स्थल ही भारतीय इतिहास के असली केंद्र बिंदु हैं. चक्रवर्ती सम्राटों की परंपरा यहीं से शुरू होती है. इसके साथ ही योगी ने ये भी कहा कि कुछ लोग रामलीला से भयभीत हैं. उन्होंने कहा, "हमने अयोध्या में बंद रामलीला शुरू की है. "
श्रद्धांजलि सभा के बाद योगी दिगम्बर अखाड़े में आयोजित भंडारे के कार्यक्रम में शामिल हुए.
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद 31 मई को पहली बार अयोध्या आए थे और पूजा अर्चना की थी. पिछले 26 साल में अयोध्या जाकर पूजा अर्चना करने वाले योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले साल 1991 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने अयोध्या जाकर पूजा अर्चना की थी.