नई दिल्ली : अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में बीजेपी के पूर्व सांसद और रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर रामविलास वेदांती ने चौंकाने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा है कि 'मेरे ही कहने पर बाबरी का ढांचा गिराया गया था.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि 'इसके लिए चाहे मुझे फांसी की सजा हो जाय.'


जब तक नहीं तोड़ेंगे तब तक मंदिर का निर्माण नहीं होगा : वेदांती


उन्होंने कहा कि 'घटना के दिन कारसेवक लोग हमारे वशिष्ठ भवन में गए. हमसे पूछा कि वेदांती जी क्या करना है ? हमने कहा, उस खंडार को जब तक नहीं तोड़ेंगे तब तक मंदिर का निर्माण नहीं होगा. रात को 11:00 बजे माननीय प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव का फोन मेरे पास आया, उस समय लैंडलाइन फोन था.'


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नरसिंह राव जी ने हमसे पूछा वेदांती जी कल क्या होगा ?


इसके बाद उन्होंने कहा कि 'नरसिम्हा राव जी ने हमसे पूछा वेदांती जी कल क्या होगा ? हमने कहा हमने कारसेवकों से कह दिया है कि जब तक विवादित ढांचा नहीं तोडेंगे, उस खंडार को नहीं तोड़ेंगे तब तक मंदिर का निर्माण नहीं होगा. तब नरसिम्हा राव ने कहा टूट जाने दो जो होगा देखा जाएगा.'


विध्वंस मामले में अदालत के फैसले के बाद यह बयान आया है


गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अदालत के फैसले के बाद यह बयान आया है. फैसले के अनुसार इस मामले में बीजेपी/वीएचपी के बड़े नेताओं पर आपराधिक साज़िश का मुकदमा चलेगा. सुप्रीम कोर्ट ने तकनीकी आधार पर राहत पाने वाले इन नेताओं पर मुकदमा चलाने में आ रही अड़चन दूर कर दी है.


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अलग-अलग मुकदमों को एक साथ लखनऊ में चलाने का हुक्म दिया


कोर्ट ने लखनऊ और रायबरेली में चल रहे अलग-अलग मुकदमों को एक साथ लखनऊ में चलाने का हुक्म दिया. कोर्ट ने ये भी कहा कि मुकदमे का निपटारा 2 साल में कर दिया जाए. इस फैसले का असर लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती समेत 13 नेताओं पर पड़ेगा. सीबीआई ने कुल 21 नेताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी.