Ayodhya Ram Mandir: 'ये राम का प्रोग्राम, मोदी-योगी का नहीं', प्राण प्रतिष्ठा का विरोध करने वालों को 12 साल के हनुमान भक्त बाल महंत की खरी-खरी
12 साल के महंत सूरज दास ने एबीपी से खास बातचीत में कहा, ये उनका (विपक्षी नेताओं का) सौभाग्य था कि उन्हें निमंत्रण मिला था. लेकिन उन्होंने ऐतिहासिक अवसर को गंवा दिया. ये बीजेपी का कार्यक्रम नहीं है.
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर पूरे देश में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. दूसरी ओर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सियासत भी जारी है. विपक्ष के तमाम नेताओं ने कार्यक्रम में शामिल न होने का फैसला किया है. अब इसे लेकर हनुमानगढ़ी के बाल महंत सूरज दास ने इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
12 साल के महंत सूरज दास ने एबीपी से खास बातचीत में विपक्ष द्वारा प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होने के फैसले पर कहा, ये उनका (विपक्षी नेताओं का) सौभाग्य था कि उन्हें निमंत्रण मिला था. लेकिन उन्होंने ऐतिहासिक अवसर को गंवा दिया. ये बीजेपी का कार्यक्रम नहीं है. ये पूरे सनातनधर्मियों का कार्यक्रम है. ये भगवान का कार्यक्रम है. ये मोदी-योगी जी का कार्यक्रम नहीं है.ये राम का कार्यक्रम है. राहुल गांधी का नाम लिए बिना बाल महंत ने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' कर रहे हैं. राम को नहीं मानने वाले कैसे देश जोड़ो यात्रा पर निकले हैं?
अयोध्या में तैयारियां आखिरी चरण में
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां आखिरी चरण में चल रही हैं. 22 जनवरी को रामलला टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हजारों-लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में पीएम मोदी और सीएम योगी ने लोगों से घर में रहकर दीया जलाने की अपील की है. पीएम मोदी ने सुरक्षा कारणों और अन्य व्यवस्थाओं का हवाला देते हुए लोगों से अपील की है कि वे बाद में भी अयोध्या में राम दर्शन के लिए आ सकते हैं.
ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में किसी कारण की वजह से नहीं आने वाले लोगों को सूरज दास ने संदेश भी दिया. उन्होंने कहा, जो लोग यहां नहीं आ रहे हैं, वे 22 जनवरी को कीर्तन करें, दीपक जलाएं और घर पर ही दीपावली मनाएं. सूरज दास ने इस दौरान संस्कृत में श्लोक और कुछ भजन सुनाए. उन्होंने बताया कि उनका पूरा दिन हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमान जी की सेवा में बीतता है.