Ram Mandir Inauguration: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ से 22 जनवरी को देश भर की अदालतों में छुट्टी की घोषणा करने का अनुरोध किया. इस संबंध में बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने बुधवार (17 जनवरी) को चीफ जस्टिस को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और सभी जिला अदालत की छुट्टी घोषित करने की मांग की.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मनन मिश्रा ने चिट्ठी में कहा, "मैं सम्मान के साथ आपका ध्यान महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और सांस्कृतिक महत्व की ओर आकर्षित करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं. जैसा कि आप जानते हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन होना है. यह इवेंट देश भर में लाखों लोगों के लिए धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है. इसलिए इस दिन अदालतों की छुट्टी घोषित कर दी जाए."
'वकीलों को समारोह में शामिल होने का मिलेगा मौका'
उन्होंने आगे कहा कि छुट्टी होने से वकीलों और अदालत के कर्मचारियों को अयोध्या और देशभर में हो रहे अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा. बीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि जिन मामलों में तत्काल सुनवाई होनी है, उन्हें विशेष व्यवस्था करते एडजस्ट किया जा सकता है या फिर इनकी सुनवाई अगले दिन की जा सकती है.
अयोध्या में समारोह की तैयारियां जारी
गौरतलब है कि बार काउंसल ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है, जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसमें पीएम मोदी, सीएम योगी समेत देश भर के राजनेताओं, संतों और मशहूर हस्तियों सहित 7,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
'अनुरोध पर करें विचार'
वरिष्ठ वकील ने कहा, " श्री राम मंदिर का उद्घाटन हमारे राष्ट्र के सांस्कृतिक लोकाचार के साथ कानूनी प्रक्रियाओं को प्रदर्शित करता है. मैं आपसे से प्रार्थना करता हूं कि आप इस अनुरोध पर पूरी सहानुभूति के साथ विचार करें."
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