AAP vs BJP on Ram Mandir Issue: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को लेकर आप सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली के नेताओं के बीच रविवार को खूब जुबानी जंग हुई. इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला. आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि “राम मंदिर पूरे देश का है.” वहीं बीजेपी ने कहा कि “जो लोग चार साल पहले तक मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे थे वे अब राम भक्त हैं.”
दरअसल, जब सौरभ भारद्वाज से एक पत्रकार ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निंत्रण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “राम मंदिर पूरे देश का है. भाजपा यह तय करने वाली कौन होती है कि किसे आमंत्रित किया जाए और किसे बाहर रखा जाए? लोग जब चाहें तब जाएंगे.”
बीजेपी पर लगाया हिंदू धर्म को नुकसान पहुंचाने का आरोप
भारद्वाज ने आगे कहा, “राम मंदिर भारत के सभी 100% हिंदुओं का है. हालांकि केवल 40-45% हिंदू ही बीजेपी को वोट देते हैं. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का राजनीतिकरण कर भाजपा भारत के 60 प्रतिशत हिंदुओं को अलग-थलग कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी यह राजनीति करके हिंदू धर्म को नुकसान पहुंचा रही है.”
'किसी भी दिन राम मंदिर जाने के लिए स्वतंत्र हैं'
सौरभ ने अपना हमला जारी रखते हुए कहा, “बीजेपी राम मंदिर में किसी को बुलाने वाली कौन होती है. हम किसी भी समय और किसी भी दिन राम मंदिर जाने के लिए स्वतंत्र हैं. राम मंदिर विवाद का निपटारा भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने किया था और बीजेपी अदालत में उस मुकदमे में एक पक्ष भी नहीं थी.”
'सौरभ भारद्वाज के बयान में राजनीतिक हताशा की बू'
सौरभ के इस जवाब के बाद दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, “सौरभ भारद्वाज के बयान से राजनीतिक हताशा की बू आ रही है. हम भारद्वाज को याद दिलाना चाहते हैं कि यह भाजपा नहीं बल्कि राम जन्म भूमि क्षेत्र ट्रस्ट है, जो राजनीतिक नेताओं सहित प्रतिष्ठित हस्तियों को आमंत्रित कर रहा है.”
उन्होंने सौरभ और आप पर हमला करते हुए कहा, “अधिकांश अन्य विपक्षी दलों की तरह AAP ने भी चार साल पहले तक राम मंदिर के निर्माण का विरोध किया था. यह देखकर आश्चर्य होता है कि इन पार्टियों के नेता अब अभिषेक समारोह में निमंत्रण को लेकर विवाद पैदा कर रहे हैं.”
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