Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में विराजित होगी. ये मूर्ति भागवान के बाल स्वरूप की होगी जिसमें वो 5 साल के बालक के रूप में होंगे. राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को करेंगे. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम अयोध्या उत्सव में मूर्ति को लेकर बड़ी जानकारी दी.


राम मंदिर उद्घाटन को लेकर उन्होंने कहा, “आत्म संतुष्टि की अनुभूति हो रही है. अयोध्या के साधू, पीढ़ियां जो 495 साल में चली गईं, संघर्षों में जिनका जीवन गया और ये 77वां संघर्ष चल रहा है. जो चाहते थे वो हुआ है.” राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा, “विध्वंस जल्दी होता है लेकिन निर्माण जल्दी नहीं होता. निर्धारित योजना के मुताबिक, निर्धारित समय में ही सब हो गया.”


'गर्भ गृह बनकर तैयार'


प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा, “प्राण प्रतिष्ठा बन रहे नए मंदिर में होगी. ये जिस जगह पर होती है उसे गर्भ गृह कहते हैं. वो बनकर तैयार हो गया है. मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का पश्चिमी भाग तैयार गया है और बचा हुआ भूतल के हिस्से पर फ्लोरिंग का काम चल रहा है. लेकिन मूल भाग गर्भ गृह तैयार हो चुका है.”






अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा, “प्राण प्रतिष्ठा प्रतिमा की होगी. वो प्रतिमा पत्थरों से बनाई जा रही है. तीन प्रकार के पत्थरों पर तीन मूर्तिकार मूर्तियों की रचना कर रहे हैं. जिसमें भगवान राम का खड़ा बाल रूप है. 5 वर्ष का बालक रूप. इसमें से दो मूर्तिकार मूर्तियां तैयार करके ताला लगाकर चले गए. इन तीन मूर्तियों के कौन से रूप को भगवान स्वीकार करेंगे और कौन सा मूर्तिकार भगवान के बाल रूप को उकेर पाया वो जनवरी के पहले हफ्ते तक सामने आ जाएगा.”


कौन सी मूर्ति लगेगी?


मूर्ति के सिलेक्शन के सवाल पर उन्होंने कहा, “कोई न कोई संदेश तो मिलेगा. कोई आधार नहीं होता. भावनाएं अंदर से बताती हैं. वहां पर साधू संत रहेंगे. हमेशा पूजा करने वाला समाज है. जो कुछ होगा ईश्वर की इच्छा से होगा.”


कौन-कौन लोग होंगे शामिल?


अतिथियों के बारे में जानकारी देते हुए चंपत राय ने कहा, “देश के 4 हजार से ज्यादा साधू-संत जो अलग-अलग भाषा और अलग-अलग परंपराओं से हैं वो सभी होंगे. इसके अलावा 2400 महान व्यक्ति जिसमें वैज्ञानिक, खिलाड़ी, लेखक, कवि, साहित्यकार, चित्रकार, मूर्तिकार, भूतपूर्व प्रशासनिक पुलिस अधिकारी, न्यायिक अधिकार, अधिवक्ता, सैनिक, भूतपूर्व सैनिक, बड़े बिजनेसमैन शामिल हैं. साथ ही निर्माण कार्य में लगे सभी कर्मचारी भी शामिल होंगे.”






एलके आडवाणी और एमएम जोशी को लेकर क्या बोले चंपत राय?


इसको लेकर उन्होंने कहा, “वो आ रहे हैं या नहीं वो मुझे नहीं पता लेकिन निमंत्रण न देने की बात बात गलत है. उन्हें निमंत्रण दिया गया है.”


पीएम मोदी ने क्या सुझाव दिया?


चंपत राय ने कहा, "भगवान राम सूर्य वंश में पैदा हुए और सूर्य हमेशा दिखाई देते हैं और उन्हें देवता मानकर प्रणाम करते हैं तो पीएम मोदी ने सुझाव दिया था कि जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ चैत्र शुक्ल नवमी, राम नवमी को दोपहर 12 बजे सूर्य देवता को राम के मस्तक पर तिलक करना चाहिए. ये होगा. इसके अलावा उन्होंने कई सुझाव दिए वो हमारे लिए हैं. पीएम मोदी ने एक और सुझाव दिया कि भगवान की जो ज्योति जलाई जाएगी उसकी लौह का भी ध्यान रखना ऐसा न हो कि छत पर धुआं हो जाए."






आम जनता कब से कर सकेगी दर्शन?


उन्होंने बताया, "प्राण प्रतिष्ठा सामान्य रूप से साढ़े ग्यारह बजे के बाद से शुरू होगी. इसके बाद अंदर दर्शन किए जाएंगे. उसके बाद समाज 23 जनवरी की सुबह 7 बजे से दर्शन कर सकेगा और कोशिश रहेगी कि एक लाख लोगों को दर्शन करा दिए जाएं."


ये भी पढ़ें: Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर को लेकर आई बड़ी खबर, उद्घाटन के बाद इस द्वार से लोगों को संबोधित करेंगे पीएम मोदी