Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर हर तरफ चर्चा हो रही है और इसको लेकर राजनीति भी अपने चरम पर है. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने राम सेतु को नेशनल हेरिटेज घोषित करने से रोका है.
इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर को लेकर भी पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “ मोदी ने राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित होने से रोक दिया, जबकि प्रह्लाद पटेल की अध्यक्षता वाले सांस्कृतिक मंत्रालय ने इसके लिए एक डिटेल्ड फाइल बनाने का मामला पेश किया था. इसके बजाय पटेल को मंत्रालय से हटा दिया गया. अब राम मंदिर के आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं. पाखंड.”
राम सेतु को लेकर सुप्रीम कोर्ट में डाली याचिका
सुब्रमण्यम स्वामी ने राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका डाली हुई है. पिछले साल मार्च के महीने में हुई सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा था कि सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं किया है. वो 9 साल से मामले को टाल रही है. इसके जवाब में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दिए हलफनामे में कहा था कि राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की प्रकिया पर संस्कृति मंत्रालय काम कर रहा है.
संसद में भी गूंजा राम सेतु का मुद्दा
इसके बाद संसद में राम सेतु के मामले का जिक्र हुआ. जिस पर सरकार ने बताया कि राम सेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने का मामला अदालत में विचाराधीन है. केंद्रीय जी किशन रेड्डी ने कहा था कि सिर्फ राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने का मामला ही अदालत में विचाराधीन है इसके अलावा किसी और डूबे स्थल को राष्ट्रीय महत्व घोषित करने का कोई भी प्रस्ताव वर्तमान में लंबित नहीं है.