(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अयोध्याः राम जन्मभूमि में राम लला बांके बिहारी के भेजे हुए गुलाल से खेलेंगे होली
राम जन्मभूमि में राम लला बांके बिहारी के भेजे हुए रंग व गुलाल से होली खेलेंगे. वृंदावन बांके बिहारी मंदिर की ओर से पीले रंग का हर्बल गुलाल रामलला के लिए भेजा गया है. इसके साथ ही अलग-अलग रंगों से कढ़े हुए सफेद वस्त्र भी भेजे गए हैं.
अयोध्याः राम जन्मभूमि में राम लला बांके बिहारी के भेजे हुए रंग व गुलाल से होली खेलेंगे. रामलला तीनों भाइयों सहित बांके बिहारी के भेजे हुए वस्त्र भी धारण करेंगे. होली सोमवार के दिन पड़ रही है इसलिए वृंदावन बांके बिहारी मंदिर की ओर से रामलला को सफेद वस्त्र, वह भी अलग-अलग रंगों से कढ़े हुए भेजे गए हैं. उसके साथ पीले रंग का हर्बल गुलाल भी रामलला के लिए भेजा गया है.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को सफेद वस्त्र व पीला गुलाल प्राप्त हो गया है और उन्होंने बांके बिहारी के यह वस्त्र और गुलाल को रामलला के सामने अर्पित कर दिया है. होली के दिन भगवान श्री राम अपने तीनों भाइयों के साथ बांके बिहारी के भेजे हुए पीले रंग के गुलाल से होली खेलेंगे और सफेद कढ़े हुए वस्त्र को धारण करेंगे.
इकबाल अंसारी ने भी रामलला को केसरिया रंग का अबीर भेंट किया इसके अलावा बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी रामलला को केसरिया रंग का अबीर भेंट किया है. रामलला सौहार्द की मिसाल इस केसरिया रंग के गुलाल से होली खेलेंगे. होली के दिन रामलला को विशेष पकवानों का भोग लगाया जाएगा. होली के दिन रामलला की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. राम लला की षोडशोपचार विधि से पूजन किया जाएगा. 16 मंत्रों से भगवान की अर्चना की जाएगी और रामलला को विशेष पकवान का भोग लगाया जाएगा जिसमें विभिन्न तरीके की मिष्ठान होंगे. कई तरीके के फल होंगे, खासकर 11 तरीके की गुझिया होगी और पकवान में पूड़ी सब्जी खीर का भोग लगाया जाएगा.मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि इस बार की होली प्रसन्नता देने वाली है क्योंकि राम लला का भव्य और दिव्य मंदिर बनना शुरू हो गया है. यह एक उत्सव ही है, दूसरा अस्थाई मंदिर में भगवान विराजमान हुए हैं. यहां पर पहली बार उत्साह और उमंग के साथ होली मनाई जा रही है.
कोरोना नियमों का किया जाएगा पालन इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का विशेष सहयोग है. ट्रस्ट की इच्छा है कि रामलला का मंदिर बन रहा है और भगवान राम अस्थाई मंदिर में विराजमान हैं तो ऐसे में कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए बचाव के उपाय करते हुए रामलला के साथ होली उत्सव मनाया जाए. हालांकि इस होली उत्सव में मर्यादित तरीके से बहुत कम लोग शामिल होंगे.
सौहार्द की मिसाल पेश कर ही अयोध्या नगरी वहीं बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी का कहना है कि अयोध्या धर्म की नगरी है. आज त्यौहार का दिन है. पुजारी जी को रामलला के लिए अबीर भेंट किया है. हम बताना चाहते हैं कि पूरी दुनिया में हिंदू- मुस्लिम का कोई विवाद नहीं रहा है. आज अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है यह होली, होली मिलन का त्यौहार है. आज के दिन हिंदू मुस्लिम के सभी विवाद को लोगों को खत्म कर देना चाहिए क्योंकि होली मिलन का दिन है और अयोध्या पूरे देश में सौहार्द की मिसाल पेश कर रही हैं.
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