Ayodhya Rape Case: अयोध्या में नाबालिग बच्ची के साथ हुई गैंगरेप की घटना के बाद अब उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है. इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने आरोपियों के डीएनए टेस्ट कराने की मांग की तो बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने उन पर निशाना साधा. अमित मालवीय ने कहा, "जिस बच्ची के साथ सपा नेता मोईद खान और उसके सहयोगी ने गैंगरेप किया, वो नाबालिक है. मोईद उसके पिता नहीं दादा की उम्र का होगा."


अखिलेश यादव से पूछा सवाल 


बीजेपी आईटी सेल के हेड ने आरोप लगाया कि चूंकि पीड़िता निषाद समाज से आती है और वह दरिंदा वोट बैंक से आता है, इसलिए गर्भवति होने के बावजूद भी उससे सबूत मांगा जा रहा है. अखिलेश यादव को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "डीएनए टेस्ट से क्या साबित हो जाएगा. गैंगरेप में कौन-कौन शामिल था, ये डीएनए टेस्ट के आधार पर तय होगा? अखिलेश यादव से इस तरह की घृणित राजनीति के अलावा और किसी चीज की अपेक्षा भी नहीं की जा सकती."


 जहां-जहां जीती सपा...


अमित मालवीय ने आरोप लगाया, "आने वाले दिनों में जहां-जहां सपा के नेता जीते हैं, वहां गांव-गांव में पिछड़े समाज की बहू बेटियों के साथ इस तरह के कुकर्म की अनेकों खबरें आएंगी. सपा राजनीतिक दल कम अपराधियों का गिरोह अधिक है." सपा चीफ ने कहा था कि डीएनए टेस्ट में अगर आरोप झूठे साबित हों तो संलिप्त अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए.



पड़िता के परिवार को धमकाने के आरोप में मामला दर्ज


इस मामले में शनिवार (3 अगस्त 2024) को पुलिस नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य आरोपी पर पड़िता के परिवार को मारने की धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि उन्होंने पीड़ित परिवार पर सुलह करने का दबाव बनाया. इस मामले में सपा नेता मोईद खान की संपत्तियों पर बुलडोजर एक्शन भी हुआ है.
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