खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दी राम मंदिर पर हमले की धमकी, अयोध्या में बढ़ाई गई सुरक्षा
अयोध्या रेंज के IG प्रवीण कुमार ने कहा कि अयोध्या पहले से ही कड़ी सुरक्षा घेरे में है और पुलिस और अर्धसैनिक बलों को 24 घंटे किसी भी आतंकवादी हमले का मुकाबला करने के लिए तैयार किया गया है.
Ayodhya Tightens Security: अयोध्या में राम मंदिर के परिसर में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा 16 और 17 नवंबर को हमले की धमकी देने वाले ताजा ऑडियो संदेश के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. इस धमकी के सामने आते ही पुलिस और प्रशासन ने पूरी तरह से सतर्कता बरतने की तैयारी शुरू कर दी है. कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस बार अयोध्या में राम मंदिर पर हमला करने की धमकी दी है. पन्नू का संगठन पंजाब को भारत से अलग करने के लिए खालिस्तान की मांग करता है और पहले भी कई बार ऐसी धमकियां जारी कर चुका है.
अयोध्या रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) प्रवीण कुमार ने कहा कि अयोध्या पहले से ही कड़ी सुरक्षा घेरे में है और पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों को चौबीसों घंटे किसी भी आतंकवादी हमले का मुकाबला करने के लिए तैयार किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस पन्नू के वायरल हो रहे धमकी संदेश की सत्यता की जांच कर रही है.
धमकियां पहले भी दी जा चुकी हैं
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस तरह के वीडियो पहले भी सामने आए हैं, जिनमें खालिस्तानी आतंकवादी और अन्य आतंकवादी संगठनों ने अयोध्या में बम विस्फोट और फिदायीन हमले की धमकी दी थी. हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां हमेशा इन धमकियों को नाकाम करने में सफल रही हैं.
पहले भी हो चुके हैं गिरफ्तारी
इससे पहले 18 जनवरी को उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, जिनके खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों से ताल्लुकात थे. ये संदिग्ध अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रतिष्ठापन समारोह से पहले रैकी कर रहे थे. इन संदिग्धों की पहचान राजस्थान के शंकर दुसाद उर्फ शंकर जाजोद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया के रूप में हुई थी.
इस गिरफ्तारी के बाद एक और ऑडियो संदेश सामने आया था, जिसमें पन्नू ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 22 जनवरी को इसके परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी और कहा था कि राम मंदिर का प्रतिष्ठापन उन्हें नहीं बचा सकेगा. अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही कड़ी है, लेकिन खालिस्तानी आतंकी संगठनों की ओर से लगातार मिल रही धमकियां सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बनी हुई हैं. इस स्थिति में, पुलिस और प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ स्थिति का सामना कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: