कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने अयोध्या मामले में शनिवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर सभी पुलिस थानों को हाई अलर्ट पर रखा है. दूसरी ओर, राजनीतिक दलों ने लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है. तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि फैसले के बाद कोई अप्रिय घटना न हो.


पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि लोगों को शीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान करना और शांति बनाए रखनी चाहिए. माकपा के महासचिव सूर्य कांत मिश्रा ने एक बयान में कहा, ‘हम बंगाल में हर किसी खासतौर से सभी वाम और धर्मनिरपेक्ष ताकतों से लोगों के बीच शांति, सौहार्द तथा एकता बनाए रखने की अपील करते हैं.’ इस बीच राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों को काफी चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि यह फैसला ऐसे समय में आ रहा है जब पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन मिलाद-उन-नबी मनाया जाना है. गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘पश्चिम बंगाल के सभी पुलिस थानों में हर किसी को अलर्ट पर रखा गया है. हमने अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले और मिलाद-उन-नबी के जश्न को ध्यान में रखते हुए राज्य के सभी संवेदनशील इलाकों में स्थिर और मोबाइल पुलिस बल की व्यवस्था की है.’


पुलिसकर्मियों को मस्जिदों के बाहर और अन्य स्थानों पर तैनात किया गया है जहां मिलाद-उन-नबी के जश्न समारोहों की व्यवस्था की गयी है. आईपीएस अधिकारी ने बताया, ‘हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते और पश्चिम बंगाल में शांति एवं सौहार्द्र बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को रोकेंगे. जो भी बाधा पैदा करने की कोशिश करेगा उससे कानून के अनुसार निपटा जाएगा.’