नई दिल्ली: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से आज सुनाए जाने वाले फैसले के मद्देनजर अयोध्या और उसके आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रशासन उत्तर प्रदेश के 31 जिलों में विशेष सतर्कता बरत रहा है. अयोध्या पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां यह विवादित ढांचा है. सुरक्षा की विभिन्न श्रेणी बनाई गई है और हर एक आने वाले की जांच की जा रही है.
अयोध्या में एडीजी (प्रोसीक्यूशन) यूपी पुलिस, आशुतोष पांडेय ने कहा- ''सशस्त्र बलों, आरपीएफ, पीएसी की 60 कंपनियां और 1200 पुलिस कांस्टेबलों, 250 एसआई, 20 डिप्टी एसपी और 2 एसपी को तैनात किया गया है. डबल लेयर बेरिकेडिंग की गई है. 35 सीसीटीवी, 10 ड्रोन का बंदोबस्त है.'' अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर में जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही है. पुलिस-पीएसी के अलावा अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. सुरक्षा के मद्देनज़र आसपास के मकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री और राज्य सरकार के बीच नियमित बातचीत चल रही है. सोशल मीडिया पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित की जा सकती हैं. पूरे उत्तर प्रदेश में पहले ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध है. अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है. वहीं राज्य के हर जिले में अस्थायी जेल बनाए गए हैं.
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