नई दिल्ली: अयोध्या जमीन विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विवादित जमीन रामलला की है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ की वैकल्पिक जमीन अयोध्या में ही देने का एलान किया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि वह मंदिर निर्माण के लिए तीन महीनों के अंदर एक ट्रस्ट बनाए.


फैसले के बाद आरएसएस के सूत्र ने कहा कि एक साल के भीतर राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा. सूत्र के मुताबिक जहां अभी रामलला विराजमान है उसी चबूतरे पर मंदिर का गर्भ ग्रह का निर्माण होगा. 3 महीने बाद जब ट्रस्ट बन जाएगा. उसके बाद सभी की सहमति से अगले वर्ष शुभ मुहूर्त में मंदिर का निर्माण शुरू होगा. ऐसे 4 शुभ मुहूर्त हैं जब मंदिर का निर्माण शुरू किया जा सकता है.


सूत्र का कहना है कि जिस तरह से 1951 में गुजरात में बकायदा धार्मिक चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया गया, उसी तरह से राम मंदिर बनाने के लिए भी ट्रस्ट गठित होगा. इस ट्रस्ट में सरकारी प्रतिनिधि और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे संघ परिवार के संगठनों के लोग शामिल हो सकते हैं.


राम मंदिर निर्माण के लिए पैसा कहां से आएगा ?


विश्व हिंदू परिषद से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा. राम मंदिर निर्माण हिंदू समाज के चंदे के द्वारा ही किया जाएगा विश्व हिंदू परिषद के सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद के पास सामग्री के अतिरिक्त हिंदू समाज का कुछ चंदा भी है. इस चंदे को विश्व हिन्दू परिषद, राम मंदिर निर्माण के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट को दे देगी. हालांकि विश्व हिंदू परिषद ने उस रकम का खुलासा नहीं किया जो चंदे के रूप में उसके पास जमा है. सूत्रों का कहना है कि 500 करोड़ का बजट तो राज्य सरकार यानी उत्तर प्रदेश सरकार का अयोध्या के पुनर्निर्माण का है. ऐसे में मंदिर निर्माण के लिए कम से कम 100 करोड़ का बजट तो रखा ही जा सकता है.


किस शुभ तिथि पर राम मंदिर निर्माण शुरू किया जाएगा


विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठी की गई सामग्री मंदिर निर्माण में ही उपयोग में लाई जाएगी. संघ परिवार के सूत्रों के मुताबिक अगले साल यानी साल 2020 में, चार ऐसी तिथियां है जिन्हें मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए शुभ तिथि के रूप में छाटा जा सकता है. ऐसी पहली शुभ तिथि फरवरी के तीसरे हफ्ते में है, जबकि दूसरी शुभ तिथि अप्रैल में रामनवमी के दिन है. लेकिन किस शुभ तिथि पर राम मंदिर निर्माण शुरू किया जाएगा सभी से सहमति के बाद तय किया जाएगा.


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