Ayushman Bharat Health Account: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत देश के 10 करोड़ से अधिक लोगों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता से लिंक किया गया है. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के जरिये अलग-अलग क्षेत्र के स्वास्थ्य देखभाल करने वालों के पास नागरिकों का पूरा चिकित्सा इतिहास पहुंच जाता है. भारत में अब तक 30 करोड़ से अधिक नागरिकों ने आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) में रजिस्टर किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर, 2021 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के राष्ट्रव्यापी रोल-आउट की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य देश के एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन करना है. इसके साथ ही नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर आरएस शर्मा ने एक ट्वीट में कहा, ''मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एबीडीएम ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते से जुड़े 10 करोड़ स्वास्थ्य रिकॉर्ड के साथ, हम भारत में स्वास्थ्य सेवा को डिजिटल बनाने में हमारे प्रयासों का समर्थन करने के लिए सभी नागरिकों की सराहना करते हैं.''
मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधाएं देना है उद्देश्य
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के जरिये लोग अलग-अलग स्वास्थ्य सुविधाएं बताने वाले कर्मचारियों से बातचीत कर सकेंगे. जिसका फायदा यह होगा कि स्वास्थ्य इतिहास जानने के बाद किसी भी सही निर्णय तक पहुंचा जा सकता है. आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य हर गरीब व्यक्ति और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधाएं देना है. इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने की थी लेकिन कई राज्य सरकारें इससे जुड़ गई हैं. इस योजना में लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज कराने की सुविधा दी जाती है. आयुष्मान भारत योजना के तहत 1,350 बीमारियों के लिए मुफ्त इलाज करवा सकते हैं. इस स्कीम में दवाई और अस्पताल का खर्च आदि सरकार देती है. यह स्कीम स्वास्थ्य मंत्रालय चलाता है.
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