कोरोना महामारी के बीच आयुष्मान योजना के काम में आई तेजी, एक दिन में 8 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन
जनआरोग्य योजना के तहत बढ़ते जा रहे पंजीयन का फायदा लोगों को न केवल कोविड संक्रमण होने की दशा में इलाज के रूप में मिल सकता है, बल्कि ये कोविड टीकाकरण के लिए भी महत्वपूर्ण है.
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच आयुष्मान भारत अभियान के काम में तेजी आने की खबर है. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अनुसार पिछले माह, 14 मार्च को ‘आपके द्वार आयुष्मान’ अभियान के तहत केवल एक दिन में करीब 8,00,000 हितग्राहियों को योजना से जोड़ा गया.
कोविड के इलाज में भी मिलेगा लाभ
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत इससे पहले 10 मार्च को 4,70,000 लोगों को इस मुफ्त स्वास्थ्य सेवा योजना से जोड़ा गया था. ये एक ही दिन में सबसे ज्यादा हितग्राहियों को दर्ज किए जाने का दूसरा सबसे बड़ा आंकडा था. जनआरोग्य योजना के तहत बढ़ते जा रहे पंजीयन का फायदा लोगों को न केवल कोविड संक्रमण होने की दशा में इलाज के रूप में मिल सकता है, बल्कि ये कोविड टीकाकरण के लिए भी महत्वपूर्ण है. इसकी मदद से हितग्राही योजना में शामिल किए गए अस्पतालों में मुफ्त में वैक्सीन भी लगवा सकते हैं.
एक परिवार को मिलता है 5 लाख तक का बीमा कवर
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 107.4 मिलियन गरीब परिवारों (करीब 530 मिलियन हितग्राही) को 5 लाख रूपए के स्वास्थ्य बीमा की सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाती है. जनवरी माह तक आयुष्मान भारत योजना के तहत कोरोना से पीड़ित करीब 40,000 हितग्राहियों को इलाज दिया जा चुका है. आयुष्मान भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में आयुष्मान योजना का जिक्र किया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है- "भारत सरकार आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री जनधन योजना सहित कई उपाय कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों को अच्छी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके. भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भी चला रहा है."
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