नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को अगर 'विवाद-ए-आजम' कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति का शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो जिसमें आजम खान का नाम एक नए विवाद की वजह में सुर्खियों में ना आता हो. गुरुवार को लोकसभा की कारवाही के दौरान आजम खान अपनी बदजुबानी के चलते एक नए विवाद में फंस गए. दरअसल लोकसभा में तीन तलाक बिल पर लोकसभा में चर्चा चल रही थी. इसी दौरान आजम खान ने बीजेपी की सांसद रमा देवी के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की.
आजम खान ने चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी के लिए कहा कि 'आप मुझे इतनी अच्छी लगती हैं कि मेरा मन करता है कि आप की आंखों में आंखों डाले रहूं.' इसके बाद सदन में हंगामा हो गया और सांसदों ने आजम खान से इसके लिए माफी की मांग की. हंगामे के बाद रमा देवी ने कई बार आजम खान को अपनी अभद्र टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा लेकिन आजम खान ने माफी नहीं मांगी, उल्टे सदन से चले गए.
बयान में उनका चरित्र दिखना है- ईरानी
आजम खान के इस बयान पर कई नेताओं ने विरोध दर्ज करवाया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के कड़ी आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने कहा है कि आजम खान के बयान से उनका चरित्र दिखता है. स्मृति ईरानी ने ट्वीट में लिखा, ''आज़म खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है.'' पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी आजम खान के बयान को संसद का अपमान कहा. वहीं यूपी में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब आडवाणी ने आजम खान के सिर कलम करने की बात कह दी.
संसद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए- महिला आयोग
राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी नेता आजम खां द्वारा पीठासीन सभापति और बीजेपी सांसद रमा देवी पर की गई "आपत्तिजनक' टिप्पणी के लिए निंदा की. आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, "एसपी नेता को संसद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वह आजम की अपमानजनक और यौन विभेदकारी टिप्पणी की निंदा करती हैं. उन्हें संसद के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिये."
आजम बोले- कोई असंसदीय शब्द नहीं कहा, गलत हुआ तो इस्तीफा दे दूंगा
आज़म खान अपने बयान से पीछे हटने को तैयार नहीं है. बार बार पूछने पर भी आज़म खान ने यही कहा कि उन्होंने कुछ भी ग़लत नहीं कहा. कोई भी शब्द असंवैधानिक हो तो बताइए. आजम खान ने कहा कि किसी असंसदीय शब्द का इस्तमाल नहीं किया. अगर ऐसा किया हो तो इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. आजम से पूछा गया कि आपने अपमान किया, आजम ने कहा मैंने उन्हें बहन कहा.
आजम के बचाव में अखिलेश, कुछ भी खुलकर नहीं बोले
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज़म खान पर पूछे सवाल पर न बोल कर कहा कि लोकसभा में बीजेपी के लोग जो कह रहे थे जैसी भाषा का इस्तेमाल हुआ वो उचित नहीं था. अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आजम खान स्पीकर का असम्मान करना चाहते थे. बीजेपी के लोग बेहद असभ्य हैं, ये उंगली उठाने वाले कौन होते हैं.