रामपुर: सांसद आजम खान ने पार्लियामेंट में सिटीजन अमेंडमेंट बिल पेश किये जाने पर मौजूदा सरकार पर सत्ता की ताकत का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. इस बिल के बाद एनआरसी लाने की तैयारी को लेकर पूछे गए सवाल पर देश में बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा लोगों के पास कारोबार नहीं है. काम नहीं है इसलिए ऐसा हो रहा है.


आजम खान ने लोकसभा में सिटीजन अमेंडमेंट बिल पारित होने पर कहा कि ताकत के बल पर फैसला हुआ है और ताकत भी बड़ी ताकत है. विपक्ष की तादाद कम है. विपक्ष कितना ही सही बात कहे तो उसकी सुनवाई नहीं होगी, लेकिन अच्छे लोकतंत्र की मिसाल यह है कि सत्ता पक्ष को विपक्ष कि सही बात को ना सिर्फ सुनना चाहिए बल्कि उसे मान लेना चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मानते हैं कि देश आज बंटा हुआ है? तो उन्होंने कहा कि 1947 में भी देश बंटा था लेकिन जो लोग पाकिस्तान नहीं गए थे उनके पास पाकिस्तान जाने का रास्ता था. उस समय मुसलमानों के अलावा किसी के पास पाकिस्तान जाने का ऑप्शन नहीं था. जो लोग उस वक्त पाकिस्तान नहीं गए वह शायद ज्यादा बड़े देश भक्त थे. अब अगर उस देशभक्ति की यही सजा है उस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती.


एनआरसी पर आजम खान ने कहा कि इससे ज्यादा फायदा नहीं होगा. उन्होंने जुगलबंदी करते हुए कहा कि एक बार चाइना ने अपनी आबादी के बारे में पूरी दुनिया को एक संदेश दिया था कि लोग आबादी कम करने के लिए कोशिश करते हैं और मैं आबादी बढ़ाने के लिए कोशिश करता हूं, क्योंकि एक व्यक्ति जो एक पेट लेकर पैदा होता है वह दो हाथ और दो पैर लेकर भी पैदा होता है. वहां पर लोगों से कैसे काम करवाया जाए इस बात की जानकारी है यही वजह है कि चाइना दुनिया की सबसे बड़ी ताकत है.


आजम खान ने कहा कि 4 साल पहले मैं चाइना गया था वहां मुझे सड़के खाली मिलीं. क्योंकि लोग काम पर लगे हुए थे. वह सड़कों पर बेकार नहीं फिर रहे थे. उन्होंने कहा कि जापान में जूते के कारखाने में स्ट्राइक हुई तो उन्होंने प्रोडक्शन नहीं रोका बल्कि एक ही जूता बनाया. जैसे 8 नंबर का जूता बनाया तो केवल दाएं पैर का बनाया. बाएं पैर का नहीं बनाया. हड़ताल खत्म होने के बाद उन्होंने बाएं पैर का भी जूता बना दिया. उन्होंने प्रोडक्शन लॉस नहीं होने दिया. नेशनल लॉस नहीं होने दिया आज हालात यह हैं कि लोगों के पास कारोबार नहीं है काम नहीं है.


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