Ayodhya Case: योग गुरु बाबा रामदेव ने मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन की जमकर आलोचना की है. रामदेव ने राजीव धवन द्वारा हिंदू महासभा के वकील की तरफ से दी गई नक्शे की कॉपी को फाड़ने को लेकर उनकी आलोचना की है. अयोध्या मामले की सुनवाई खत्म होने के कुछ दिन बाद ही आज बाबा रामदेव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस बातचीत दौरान उन्होंने धवन की निंदा करते हुए कहा कि धवन ने कोर्ट में जो किया वह घटिया मानसिकता को दर्शाता है.
बाबा रामदेव ने कहा, '' अब वक्त आ गया है जब सभी पक्षकारों को सद्भावनापूर्वक अपना समर्थन देना चाहिए. न कि राजीव धवन की तरह गंदी हरकते करना चाहिए. भगवान राम की चित्र फाड़ देना और तथ्यों को और राम को नकार देना एक घटिया मानसिकता है. एक सभ्य व्यक्ति का यह आचरण नहीं होना चाहिए. इसकी निंदा होनी चाहिए.''
बता दें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने अयोध्या विवाद की सुनवाई के दौरान एक किताब का हवाला देना चाहा था. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने उसे रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता कर विरोध किया था. इसके बाद सिंह ने एक नक्शा रखा. धवन ने इसका भी विरोध करते हुए हिंदू महासभा के वकील की तरफ से दी गई नक्शे की कॉपी को फाड़ दिया. किशोर कुणाल की किताब 'अयोध्या रिविज़िटेड' के नक्शे को दूसरे दस्तावेजों से मिला कर हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह अपनी बात रखना चाहते थे. लेकिन धवन ने किताब को रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बताया और वह भड़क उठे.
धवन के नक्शा फाड़ने के बाद इसको लेकर काफी चर्चा भी हुई. बता दें कि राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट में सीनियर वकील हैं. राजीव के पिता शांति स्वरूप धवन न्यायाधीश, यूके में भारत के राजदूत, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और लॉ कमीशन के सदस्य रह चुके हैं. आपको बता दें कि राजीव ने इलाहाबाद और नैनीताल से शुरुआती पढ़ाई की थी. इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कैंब्रिज विश्वविद्यालय और लंदन विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. वे इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट के भी प्रोफेसर हैं. 1992 में मंडल और फिर 1994 में अयोध्या मामले में उनकी जिरह से प्रभावित होकर उन्हें सुप्रीम कोर्ट का वरिष्ठ वकील बनाया गया था.
Ayodhya Case: जानिए कौन हैं वकील राजीव धवन जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में फाड़ दी नक्शे की कॉपी