नई दिल्लीः योग गुरू रामदेव संन्यासी हैं. वो ना तो नेता हैं, न कारोबारी लेकिन राजनीति में भी वो जबर्दस्त दखल रखते हैं और कारोबार में भी. कल उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को राष्ट्र ऋषि की उपाधि देकर धमाका किया तो आज एक ऐसा धमाका किया जिसपर दुनिया भर के कारोबारी नजर रखे हुए हैं. रामदेव ने एलान किया कि पतंजलि का कारोबार 10 हजार करोड़ के पार हो गया है. पतंजलि ब्रैंड के करीब एक हजार प्रोडक्ट पिछले 5 साल में उस बाजार में उतर चुके हैं जिसमें बरसों से मल्टीनेशनल कंपनीज का दबदबा रहा है. आज पतंजलि का बिजनेस मॉडल विदेशी कंपनियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है क्योंकि रामदेव उनके धंधे को पांव पसारने नहीं दे रहे हैं.
बाबा रामदेव का बिजनेस वर्ल्ड
बाबा रामदेव का बिजनेस वर्ल्ड उत्तराखंड के शहर हरिद्वार से संचालित होता है. हरिद्वार में ही इस पंतजलि परिसर में बाबा रहते हैं. संन्यासी योग गुरु रामदेव ने यही से पहले योग गुरु के तौर पर खुद को स्थापित किया. योग और जड़ी बूटियों से लोगों को सेहतमंद बने रहने के रामबाण घरेलू नुस्खे सिखाने वाले बाबा रामदेव आज भी गेरुआ पहनते हैं. संन्यासी जीवन जीते हैं लेकिन लक्ष्य है हरिद्वार से हरिद्वार तक पंतजलि को ले जाना. पतंजलि को देश का सबसे बड़ा ब्रैंड बनाना. बाबा रामदेव ने आज दिल्ली में पतंजलि के कारोबार का लेखा जोखा देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी.
बाबा रामदेव की पतंजलि की कामयाबी की कहानी
बाबा रादेव ने पतंजलि की कामयाबी की जो कहानी सुनाई है वो दरअसल उनके और उनके सहयोगी बालकृष्ण की सफलता की ही कहानी है. इस जोड़ी ने टूथपेस्ट, साबुन, डिटर्जेंट, किचन का सामान बनाने और बेचने वाली फास्ट मूविंग कन्ज्यूमर गुड्स fmcg इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया है. रामदेव की सफलता की कहानी घर घर से जुड़ी है क्योंकि पतंजलि नाम की कंपनी जो भी सामान बनाती है उसका इस्तेमाल घर घर में होता है.
बाबा रामदेव की पंचवर्षीय योजना
बाबा रामदेव ने कहा कि 5 साल पहले शुरू हुआ पतंजलि नाम का कारोबार आज 10 हजार 561 करोड़ का हो चुका है. पतंजलि का कारोबार 100 फीसदी से ज्यादा रफ्तार से तरक्की कर रहा है. एक संन्यासी की कारोबारी पहल पतंजलि के बनाए प्रोडक्ट हर दुकान पर बिक रहे हैं और घर घर पहुंच रहे हैं. बाबा यही रुके नहीं हैं. बाबा ने अगले 5 साल के लिए पंचवर्षीय योजना तैयार कर ली है. बाबा का दावा है कि अगले 1-2 साल में पंतजलि देश का सबसे बड़ा ब्रैंड बन जाएगा. बाबा की नीति आक्रमक है. बाबा अगले 5 साल में विदेशी कंपनियों को भारत से खदेड़ने पर काम कर रहे हैं. विदेशी कंपनियों की तुलना उस ईस्ट इंडिया कंपनी से कर रहे हैं जिसने कारोबार के लिए पहले भारत में कदम रखा. फिर देश को गुलाम बना लिया था.
बाबा रामदेवः संन्यासी जिसने पतंजलि को बुलंदी तक पहुंचाया
पतंजलि में रामदेव ब्रैंड एंबेसडर के अलावा कुछ नहीं हैं लेकिन योग सिखाते सिखाते बाबा रामदेव आज देश के कॉर्पोरेट दुनिया के लिए केस स्टडी हो गए हैं. आखिर एक संन्यासी, एक योगी कैसे कंपनी को 10 हजार करोड़ की बुलंदी तक पहुंचा सकता है ये अब बिजनेस स्कूलों में भी पढ़ाया जाने लगे तो हैरानी नहीं होगी.