Explained: दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर 'छपाक' के विरोध से लेकर बाबा रामदेव की सलाह तक
बीते दिनों फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जेएनयू में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंची थीं. इसके बाद वो बीजेपी के कुछ नेताओं के निशाने पर आ गई थी. बाबा रामदेव ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक ज्ञान हासिल करने के लिए देश के बारे में पढ़ना समझना पड़ेगा.
नई दिल्ली: जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के विरोध में छात्रों के समर्थन में खड़ी होने को लेकर शुरू हुआ विवाद अभिनेत्रा दीपिका पादुकोण का पीछा नहीं छोड़ रहा है. पहले सोशल मीडिया पर एक हिस्से ने जमकर विरोध किया. दीपिका की हालिया रिलीज़ फिल्म छपाक के खिलाफ सोशल मीडिया पर हैशटैग ट्रेंड करवाए गए.
इसके बाद दीपिका के खिलाफ बढ़ते इस गुस्से को देखते हुए उद्योग जगत ने दीपिका पादुकोण वाले अपने विज्ञापनों की विज़िबिलिटी कम करने का फ़ैसला लिया है. दीपिका फिलहाल 23 ब्रैंड्स के लिए विज्ञापन कर रही हैं.
दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने का कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेताओं ने विरोध किया. केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने तो यहां तक कह दिया था कि दीपिका पादुकोण भारत के टुकड़े करने का सपना देखने वालों के साथ गईं. उन्होंने यह भी कहा कि मैं जानना चाहती हूं कि आखिर वह राजनीतिक रूप से किससे जुड़ी हैं.
अब इस पूरे मामले में योग गुरू स्वामी रामदेव की भी एंट्री हो गई है. स्वामी रामदेव ने दीपिका के जेएनयू जाने पर सीधे सीधे तो कुछ नहीं कहा लेकिन उन्हें एक सलाह जरूर दी. स्वामी रामदेव ने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों की "सही समझ" हासिल करने के लिये बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को उन जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिए.
बाबा रामदेव ने इंदौर में कहा, "दीपिका में अभिनय की दृष्टि से कुशलता होना अलग बात है. लेकिन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों का ज्ञान हासिल करने के लिये उन्हें देश के बारे में और पढ़ना-समझना पड़ेगा. यह समझ हासिल करने के बाद ही उन्हें बड़े निर्णय लेने चाहिये." उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि दीपिका पादुकोण को स्वामी रामदेव जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिये जो उन्हें ऐसे मुद्दों पर सही बात बता सके."
किस बारे में है दीपिका का फिल्म छपाक? बता दें कि फिल्म छपाक 10 फरवरी को रिलीज़ हुई थी. यह फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित है. जिन पर 15 साल की उम्र में एसिड से हमला किया गया था. लक्ष्मी ने बाद में स्टॉप एसिड सेल कैंपेन चलाया. इसके लिए उन्हें 2014 में अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मान पुरस्कार से नवाजा गया. फिल्म में दीपिका पादुकोण के अलावा एक्टर विक्रांत मैसी लक्ष्मी के रियल लाइफ पार्टनर और सोशल वर्कर आलोक दीक्षित का किरदार निभा रहे हैं.