लंदन: भारत के योग को दुनिया भर में मशहूर करने वाले बाबा रामदेव जल्द ही विश्व प्रसिद्ध मैडम तुसाद म्यूजियम में विराजने वाले हैं. लंदन के मैडम तुसाद म्यूजियम में बाबा रामदेव का मोम का पुतला लगने वाला है. ऐसा पहली बार होगा कि किसी योगी की मोम की मूर्ति को म्यूजियम में जगह मिलेगी.
अबतक लग चुके हैं भारत की 12 हस्तियों के पुतले
आपको बता दें कि महात्मा गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और शाहरुख खान समेत अब तक 12 हस्तियों का पुतला लंदन के इस म्यूजियम में लगाया जा चुका है.
वृक्षासन मुद्रा में नजर आएगा रामदेव का पुतला
पुतले के लिए कल बाबा रामदेव की तीन घंटों तक कद-काठी की माप ली गई थी. इस दौरान रामदेव के चेहरे के भावों को रेकॉर्ड किया गया था. पुतले के लिए रामदेव की 200 से भी ज्यादा तस्वीरें ली गईं थी. इस पुतले में रामदेव वृक्षासन मुद्रा में नजर आएंगे. बता दें कि दिल्ली में भी मैडम तुसाद म्यूजियम मौजूद है. इस म्यूजियम में भी रामदेव का पुतला लगाया जाएगा.
मैडम तुसाद म्यूजिम के बारे में जानें
मैडम तुसाद म्यूजिम मोम के पुतलों का विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय है. मैडम तुसाद म्यूजिम की स्थापना 1835 में हुई थी. मोम शिल्पकार मेरी तुसाद ने इस म्यूजियम की स्थापना की थी. म्यूजियम में दुनिया भर की बड़ी हस्तियों के पुतले हैं. इस म्यूजिम में भारत से अभी तक 12 हस्तियों के पुतले लग चुके हैं.
वृक्षासन योग क्या है?
दरअसल वृक्षासन दो शब्द मिलकर बना है ’वृक्ष’ का अर्थ पेड़ होता है. इस आसन की अंतिम मुद्रा एकदम अटल होती है, जो वृक्ष की आकृति की लगती है, इसीलिए इसे यह नाम दिया गया है. यह योग मानसिक संतुलन बनाये रखने में सहायक है.