आडवाणी के बरी होने के बाद अमित शाह-जेपी नड्डा ने की फोन पर बात, रविशंकर प्रसाद मिलने पहुंचे
बरी होने के बाद आडवाणी ने कहा- आज का जो निर्णय हुआ है वो अत्यंत महत्वपूर्ण है. ये हम सब के लिए बहुत खुशी का प्रसंग है.कोर्टरूम में जज ने कहा कि विवादित ढांचा गिराने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी. ये घटना अचानक हुई थी.

नई दिल्ली: अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी के विवादित ढांचे को गिराए जाने के मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने आज बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले को बीजेपी ने अपनी जीत बताया है. आडवाणी के बरी होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें फोन कर बधाई दी है.
जिस वक्त सीबीआई कोर्ट का फैसला आया, उस वक्त एलके आडवाणी अपने परिवार के साथ अपने आवास पर मौजूद थे. फैसले के तुरंत बाद उन्होंने अमित शाह और जेपी नड्डा से फोन पर बात की. वहीं, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद उनसे मिलने पहुंचे.
बहुत खुशी का प्रसंग- बरी होने के बाद आडवाणी
बरी होने के बाद लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा है, ''आज का जो निर्णय हुआ है वो अत्यंत महत्वपूर्ण है. ये हम सब के लिए बहुत खुशी का प्रसंग है. जब यह समाचार सुना, जय श्रीराम कह कर हमने इसका स्वागत किया.''
ढांचा गिराने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी- कोर्ट
सभी आरोपियों को बरी करने से पहले कोर्टरूम में जज एसके यादव ने कहा कि विवादित ढांचा गिराने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी. ये घटना अचानक हुई थी. इसके बाद जज ने सबूतों के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया. फैसले के दौरान लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, सतीश प्रधान, महंत गोपालदास और उमा भारती मौजूद नहीं थे.
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