अभिषेक बनर्जी के नोटिस पर बाबुल सुप्रियो का पलटवार, बोले- 10 साल बंगाल को लूटने वालों माफी मांगनी चाहिए
यह पहली बार नहीं जब बाबुल सुप्रियो ने अभिषेक बनर्जी को सीधे निशाने पर लिया. इससे पहले 2017 के नवंबर की महीने में बाबुल सुप्रियो ने कहा था, "अभिषेक का कोयला माफियाओं के साथ कनेक्शन है." उस समय भी अभिषेक ने मानहानि का मामला दायर किया था.
कोलकाता: बंगाल में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है. बंगाल में ममता बनर्जी के राइट हैंड अभिषेक बनर्जी और बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो भी एक दूसरे पर जमकर शब्द बाण चला रहे हैं.
तृणमूल के युवा मोर्चा के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने बाबुल सुप्रियो को कानूनी नोटिस भेजा तो जवाब में उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी को राज्य को लूटने के लिए बंगाल में रहने वाले लोगों से पहले माफी मांगना चहिए.
बता दें कि अभिषेक बनर्जी ने बाबुल सुप्रियो को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा था. अभिषेक बनर्जी ने बाबुल सुप्रियो के मुंबई ऑफिस और राज्य बीजेपी के दफ्तर के ठिकानों पर अपने वकील के माध्यम से नोटिस भेजा था. उस चिट्ठी में कहा गया था 72 घंटे के अंदर बाबुल अगर बिना शर्त माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ हाई कोर्ट में मामला दायर किया जाएगा.
इसके जवाब में बाबुल ने कहा है, "मुझे इसके बारे में कुछ पता नहीं है. वो कई बार मानहानि के मामलों की कानूनी नोटिस भेजते रहते है. मेरे वकील इसको देख रहे हैं."
बाबुल सुप्रियो ने कहा है , "कांग्रेस, सीपीएम के नेताओं को भी उनकी लीगल टीम कानूनी नोटिस भेजते रहते हैं. उन्होंने कहा है मुझे काफी मांगनी है , लेकिन मैं कह रहा हूं कि उनको बंगाल के जनता से माफी मांगनी चाहिए. पिछले 10 सालों से बंगाल में जो लूट चल रही है, उसके लिए बिना शर्त माफी मांगे."
अभिषेक बनर्जी ने क्यों भेजा सुप्रिुयो को नोटिस? अभिषेक बनर्जी की लीगल टीम की तरफ से बाबुल को उनके एक बयान के लिए नोटिस भेजा था. दरअसल बाबलु सुप्रियो ने कुछ दिन पहले कहा था, ''हम सब जानते है कि हमारे भाईपो ( भतीजा ) मतलब वो कहते है कि उनका नाम लेने का साहस किसी में नहीं है. मैं डरता नही हूं, भाईपो मतलब अभिषेक बनर्जी. नाम लेकर कह रहा हूं कि शांतिनिकेतन में गौ तस्करी, रेत की तस्करी, लोहे की तस्करी से मिली ब्लैक मनी से कोलकाता में महल बनाया है".