Babul Supriyo On Asansol: लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले भारतीय जनता पार्टी ने देश भर के 195 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. इनमें पश्चिम बंगाल के कोयलांचल क्षेत्र आसनसोल से भी भोजपुरी सिंगर और स्टार पवन सिंह को टिकट दिया गया था.
हालांकि उनके गानों में बंगाली महिलाओं को लेकर कथित आपत्तिजनक कंटेंट पर विवाद बढ़ने के बाद पवन सिंह ने यहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. बहरहाल उन्हें टिकट देने के बीजेपी के फैसले पर विवाद पार्टी का पीछा नहीं छोड़ रहे. अब आसनसोल के पूर्व सांसद और वर्तमान में ममता कैबिनेट में मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि पार्टी ने कभी भी बंगाल और बंगालियों की भावनाओं को नहीं समझा है.
'बीजेपी की मानसिकता को दिखाने वाला है'
न्यूज एजेंसी ANI से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरी पवन सिंह से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, लेकिन उनके गानों में जब बंगाली महिलाओं का अपमान किया गया है तो उन्हें टिकट देना बीजेपी की मानसिकता को दिखाने वाला है. उन्होंने कहा कि पवन सिंह से बात किए बगैर बीजेपी ने अपनी पहली सूची में उन्हें जगह नहीं दी थी. निश्चित तौर पर उनकी सहमति ली गई थी, लेकिन जब टीएमसी ने इसे लेकर आपत्ति जताई तो उन्हें कदम पीछे हटाने पड़े.
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जबरदस्ती ट्वीट करवाया गया'
पवन सिंह ने ट्वीट कर आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है. इसे लेकर भी बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि यह ट्वीट पवन सिंह से जबरदस्ती करवाया गया है क्योंकि सुबह (रविवार) तक बीजेपी नेता अमित मालवीय और पवन सिंह टीवी चैनलों को इंटरव्यू देकर आसनसोल में उम्मीदवारी को लेकर खुशी जाहिर कर रहे थे.
'मेरे मन में पवन सिंह के खिलाफ दुर्भावना नहीं'
बाबुल सुप्रियो ने कहा, "मेरे मन में उनके (पवन सिंह) खिलाफ या एक कलाकार के रूप में कुछ भी दुर्भावना नहीं है. लेकिन विशेष रूप से एक व्यक्ति के वीडियो और फिल्मों में बंगाली महिलाओं को निशाना बनाया जाता है तो बीजेपी कैसे ऐसे किसी व्यक्ति को आसनसोल से मैदान में उतार सकती है...इस ट्वीट से साफ है कि जानबूझकर ऐसा ट्वीट करने को कहा गया है. बीजेपी के लिए उम्मीदवारों से बात किए बिना अपनी पहली सूची जारी करना असंभव है."