नई दिल्ली: जेएनयू में हुई हिंसा के बाद इस पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. साथ ही मुद्दे पर जमकर राजनीति भी की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को जेएनयू हिंसा मामले में नौ संदिग्धों की तस्वीरें जारी की. जिसमें दावा किया गया कि इनमें जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की सदस्य आइशी घोष भी शामिल हैं. जिसके बाद बंगाल में बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने इस मामले को बंगाल की अस्मिता से जोड़ दिया.


लेफ्ट से बाबुल सुप्रियो की तनातनी कोई नहीं बात नहीं है. पश्चिम बंगाल की सियासत में बाबुल और टीएमसी के कार्यकर्ता अक्सर आमने सामने होते हैं, लेकिन जेएनयू में छात्रों के बीच हुई लड़ाई को बाबुल ने बंगाल अस्मिता से जोड़ दिया है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि, "आपकी वजह से बंगालियों का सिर शर्म से झुक गया. आइशी घोष, दोलन सामंता, सुचेता तालुकदार. खुद हंगामा करने के बाद आपने दूसरों पर दोष मढ़ने की कोशिश की है. उम्मीद करता हूं कि आपको कड़ी सजा मिलेगी."





गौरतलब है कि जेएनयू में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने नौ संदिग्धों के फोटो जारी किए हैं. जिसमें पुलिस ने दावा किया है कि, इस लिस्ट में सात छात्र लेफ्ट से संबंध रखते हैं, जबकि दो एबीवीपी से. पुलिस ने जिन लोंगों का नाम लिया उनमें जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट आइशी घोष का नाम भी शामिल है.


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