Babul Supriyo Resignation: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व नेता बाबुल सुप्रियो (Bahul Supriyo) आज औपचारिक रूप से संसद की सदस्यता (Lok Sabha MP) से इस्तीफा देंगे. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) में शामिल होने के कुछ सप्ताह बाद एक ट्वीट में यह जानकारी दी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए समय देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद दिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘"एक सांसद के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के उद्देश्य से मुझे कल सुबह 11 बजे का अपना समय देने के लिए माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार. मैं अब बीजेपी का हिस्सा नहीं हूं...’’


पश्चिम बंगाल में आसनसोल से दो बार के सांसद सुप्रियो ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के दो दिन बाद 20 सितंबर को ओम बिरला को पत्र लिखकर संसद सदस्य के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के लिए समय दिए जाने का अनुरोध किया था.






सुप्रियो ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा के साथ अपने अतीत की याद दिलाई. उन्होंने कहा, ‘‘बस एक सवाल 'एम्प्लॉयड ट्रोल' से पूछना चाहता हूं, जो निश्चित तौर पर अपने घरों से मुझ पर हमला बोल रहे हैं. आप लोग उस समय कहां थे जब मैं 2014 से भाजपा के लिए लड़ रहा था? अपनी अंतरात्मा से सवाल करें कि किसने किसकी पीठ में छुरा घोंपा... जब तक जरूरत नहीं हो, मैं सोशल मीडिया में कुछ भी पोस्ट नहीं करता। सिर्फ पहले की दो टिप्पणियां पढ़ लें.’’


गौरतलब है कि बीजेपी के साथ साल 2014 से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले बाबुल सुप्रियो ने 18 सितंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. टीएससी ज्वाइन करते हुए उन्होंने कहा- “मुझे एक बड़ा मौका दिया गया है. जब मैंने टीएमसी ज्वाइन कर लिया, ऐसे में आसनसोल सीट से सांसद बने रहने का कोई मतलब नहीं है. मैं आसनसोल की वजह से राजनीति में आया. मैं जहां तक हो पाएगा अपने संसदीय क्षेत्र के लिए करूंगा.”


इससे पहले, दो बार से आसनसोल से सांसद रहे बाबुल सुप्रियो को इस साल 7 जुलाई हुए कैबिनेट फेरबदल में मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था. वह वन, पर्यावरण राज्य मंत्री थे. इसके बाद उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए राजनीतिक से संन्यास लेने का एलान किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने कहा था कि राजनीति में रहेंगे लेकिन भी किसी अन्य पार्टी को ज्वाइन नहीं करेंगे.


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