Uttarakhand: उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन का गढ़ चमोली अभी जोशीमठ में जमीन दरकने की समस्या से निपटा ही था कि अब बदरीनाथ की तरफ जाने वाले हाईवे में दरारें पड़ गईं हैं.चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने इन दरारों की पुष्टी की. ऐसा माना जा रहा है कि ये दरारें हाल ही में होने वाली बदरीनाथ और केदारनाथ यात्रा में व्यवधान की वजह बन सकती हैं. 


डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि उन्होंने जोशीमठ इंजीनियर्स की एक टीम दरारों की जांच के लिए रवाना कर दी है. उन्होंने कहा कि ये टीमें हाईवे और उसके आस-पास बने घरों की जांच करेगी ताकि हमें इन दरारों की वास्तविकता के बारे में जानकारी मिल सके. 
 
जोशीमठ में क्या हुआ था?
उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ जाने के रास्ते पर पड़ने वाले एक शहर जोशीमठ में कई घरों में दरारें पड़नी शुरू हो गईं थी और शहर में रहने वाले सैकड़ों नागरिकों का जीवन संकट में दिखाई देने लगा. ऐसे में सरकार ने दरारों की वजह की जांच की और पाया कि वाकई में जमीन धंस रही है और लोगों की गाढ़ी कमाई से बने घर इनकी वजह से क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. 


सरकार ने राहत पैकज का किया एलान
उत्तराखंड में जमीन धंसने की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ के प्रभावित परिवारों के लिए करोड़ों के राहत पैकेज की घोषणा की. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने कहा कि वह जोशीमठ में भूमि धंसाव की घटना का संज्ञान लिया जा चुका है और वह पीड़ित परिवारों की मदद के लिए खड़े हैं. 


स्थानीय प्रशासन ने इस घटना में करीब 3,000 परिवारों को प्रभावित मानते हुए उनके लिए राहत पैकेज का एलान किया. मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा विभाग को हर प्रभावित परिवार को एकमुश्त 50,000 रुपये दिए जाने का आदेश दिया. 


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