'गैर कानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं हिंदू'... बदरुद्दीन अजमल के बयान पर मचा बवाल, जानें किसने क्या कहा
Begusarai से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी अजमल पर भड़के. उन्होंने कहा कि बदरुद्दीन जैसे लोग हमें नसीहत न दें, सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है.
Badruddin Ajmal Controversial Statement: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) के बीच AIUDF के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) के एक विवादित बयान ने बवाल मचा दिया है. उन्होंने असम के करीमगंज में एक कार्यक्रम के दौरान कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद बीजेपी और हिंदू संगठनों ने अजमल को खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से लेकर कई सांसदों और विधायकों ने अजमल के बयान की निंदा की और उनको अपनी भाषा पर नियंत्रण रखनी की सलाह भी दी है.
बदरुद्दीन अजमल ने कहा था, "वो (हिंदू) 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 बीवियां रखते हैं. 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है. उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए."
'ये बहू-बेटियों का अपमान है'
बदरुद्दीन अजमल के इस विवादित बयान पर अब बवाल मच गया है और राजनीति भी शुरू हो गई है. हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने कहा, "ये समस्त बहू-बेटियों का अपमान है, इसलिए मैं अजमल साहब से कहना चाहता हूं, हिंदू सनातन को अपनाओ और हमारे यहां सात जन्म का रिश्ता होता है, हमारे यहां स्त्री को बस बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं समझते, हम सीता राम कहते हैं, राधा कृष्णा कहते हैं. यहां आएं हिंदुओं से सीखें और संतों से सीखें. इनके अंदर मजहबी जिहाद भरा हुआ है. अगर ज्ञान लेना हो तो हिंदुओं से लें."
'बदरुद्दीन हमें नसीहत न दें'
बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी अजमल पर भड़के. उन्होंने कहा, "बदरुद्दीन जैसे लोग हमें नसीहत ना दें. सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है और इसी का प्रतीक है कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे तो वहीं कृष्ण की 16,000 प्रेमिका और पत्नियां थीं." केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "आज भारत में वही मुसलमान हैं जिन्हें मुगल काल में मुगलों ने सम्मान नहीं दिया था."
'अजमल ने बहुत घटिया बयान दिया है'
बीजेपी के वरिष्ठ नेता शहनवाज हुसैन ने भी अजमल के बयान की निंदा की. उन्होंने कहा, "अजमल जी ने बहुत ही घटिया बयान दिया है. इस तरह की जहरीली जुबान नहीं बोलना चाहिए. भारत में कानून बना है शादी का, 18 साल के बाद बच्चे बालिग होते हैं, ये बयान शर्मनाक है. पूरे समाज में इसको लेकर आक्रोश है. इन्हें माफी मांगनी चाहिए."
जयवीर शेरगील ने भी साधा निशाना
कुछ समय पहले ही कांगेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए जयवीर शेरगील ने भी बदरुद्दीन अजमल को विवादित बयान के लिए लताड़ा. उन्होंने कहा, "बदरुद्दीन अजमल मीडिया में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं."
'यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है'
उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अजमल के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और इस तरह की टिप्पणी को स्वीकार नहीं किया जाएगा." वहीं, राहुल गांधी के भी एक बयान पर उन्होंने पलटवार किया. डिप्टी सीएम पाठक ने कहा कि राहुल गांधी इस बात से अनभिज्ञ हैं कि बीजेपी ने भारत की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा दिया है, लोगों ने अब राहुल गांधी को नकार दिया है.
'यहां बांग्लादेशी लोगों का कोई स्थान नहीं है'
बीजेपी विधायक दिगंत कलिता ने गुवाहाटी में कहा, "आप मुसलमान हैं और हम लोग हिंदू हैं. क्या हमें आपसे सीखना पड़ेगा कि हम कैसे रहें? हमें मुसलमानों से सीखने की जरूरत नहीं है. ये भगवान राम और देवी सीता का देश है. यहां बांग्लादेशी लोगों का कोई स्थान नहीं है."
'वह शिकारी की तरह काम करता है'
बीजेपी सांसद पबित्रा मार्गेरिता ने अजमल की निंदा करते हुए कहा, "ये शब्द असंवैधानिक हैं और सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किए जाते हैं. वह असम और उत्तर पूर्व में अल्पसंख्यक लोगों, विशेष रूप से इस्लाम के लोगों के लिए एक 'मसीहा' की तरह काम करता है लेकिन वह वास्तव में एक शिकारी की तरह काम करता है. सरकार को इस इस्लामी एजेंडा के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए."
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