Pandit Dhirendra Shastri Katha: राजधानी दिल्ली में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के स्वागत की तैयारियां हो गई हैं. बुधवार (5 जुलाई) को कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. कलश यात्रा की शुरुआत आईपी एक्सटेंशन के रामलीला मैदान से 3 किलोमीटर लंबी यात्रा के साथ संपन्न हुई.
कलश यात्रा में दिल्ली, नोएडा, झारखंड ,बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तराखंड समेत कई कई इलाकों और प्रदेशों की महिलाएं शामिल हुईं. 40 डिग्री के तापमान में महिलाएं नंगे पैर कलश यात्रा लेकर निकलीं. यात्रा में तकरीबन 20,000 महिलाएं में शामिल हुईं.
'भारत हिन्दू देश बनाना चाहिए'
कलश यात्रा के दौरान ढोल, नगाड़े, ऊंट और घोड़े शोभा बढ़ा रहे थे. महिलाओं के साथ-साथ पुरुष और कम उम्र के बच्चे भी दिखे. महिलाओं से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि पंडित धर्मेंद्र शास्त्री हमारे लिए भगवान का स्वरूप हैं. उनसे कभी मिलना नहीं हुआ इससे पहले केवल दर्शन के लिए यहां आए हैं.
यहां आए बागेश्वर धाम सरकार के भक्तों ने कहा कि बाबा से एक बार दर्शन हो जाए तो जीवन सफल है. वो मेरे लिए भगवान हैं. बाबा ही हिंदू राष्ट्र बना सकते हैं. उन्होंने कहा, 'हम लोग यहां हिन्दू देश की मांग के साथ आए हैं.'
हर जरूरी सामान का रखा जा रहा ध्यान
महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी बागेश्वर धाम सरकार का समर्थन करते नजर आए. उन्होंने कहा, 'बाबा के विरुद्ध बोलने वाले पागल हैं, बाबा भगवान हैं.' वहीं बाबा का दर्शन के लिए महिलाएं कल से यहां पहुंची हैं और आने वाले 3 दिन तक यहीं रहेगी. कलश यात्रा के दौरान महिलाओं का स्वागत फूल माला से किया जा रहा था.
साथ ही यहां आए सभी भक्तों के लिए पानी और हर जरूरी सामान का भी ध्यान रखा जा रहा था. इस कलश यात्रा में तकरीबन 1500 से 2000 तक दिल्ली पुलिस के जवान और अर्द्ध सैनिक बल भी तैनात थे. डीएसपी ईस्ट भी खुद घूमकर सिक्योरिटी का जायजा ले रही थी ताकि कोई भी अप्रिय घटना इस पूरी यात्रा के दौरान न हो.
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