नई दिल्ली: यूपी के इलाहबाद में बीएसपी नेता राजेश यादव की हत्या के बवाल मचा है. गुस्साए लोगों ने बस को आग के हवाले कर दिया. बीएसपी नेता राजेश यादव की देर रात ढाई बजे इलाहाबाद युनिवर्सिटी के ताराचंद हॉस्टल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.


हत्या से नाराज़ बीएसपी कार्यकर्ताआ सड़कों पर उतर आए. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने पहले हवाई फायरिंग की और फिर लाठीचार्ज किया. हंगामा कर रहे लोगों ने कई मीडियाकर्मियों के कैमरे व मोबाइल भी छीन लिए.


जिस वक्त राजेश यादव पर गोली चलाई गई वो अपनी फॉर्चूनर कार से कहीं जा रहे थे. गोली राजेश यादव के पेट में लगी. गोली लगने के बाद उन्हें एक इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गयी.


राजेश यादव भदोही जिले के रहने वाले थे. भदोही में उन्होंने बाहुबली विधायक विजय मिश्र के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था. इलाहबाद में राजेश यादव का अपना एक फ्लैट भी है.  हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है. जानकारी के मुताबिक राजेश यादव की हत्या के पीछे बाबू खनन विवाद हो सकता है. फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.


परिवार वाले इसे सियासी रंजिश में हत्या से इंकार कर रहे हैं. हत्या का आरोप बीएसपी नेता के घर के बगल में नर्सिंग होम चलाने वाले डाक्टर पर लगा है. वह वारदात के वक्त मृतक राजेश यादव के साथ ही थे. बालू खनन के ठेके का काम दोनों साथ मिलकर ही करते थे.