कर्नाटक के शिवमोगा में रविवार देर रात बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. 26 साल के बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद जिले में तनाव बढ़ गया है. घटना रात के 9 बजे घटी. मिली जानकारी के अनुसार विक्टिम का नाम हर्षा है. इस घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बरवराज बोम्मई ने कहा, हर्षा को रविवार रात चाकू मारा गया. जांच कल रात को ही शुरू हो गई थी. पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं.
वहीं शिवमोगा जिले के डिप्टी कमिश्नर डॉ सेल्वामणि आर ने कहा, स्थिति नियंत्रण में है. स्थानीय पुलिस, आरएएफ को कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. इलाके में धारा 144 लगा दी गई है, जो 23 फरवरी तक लागू रहेगी. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
वहीं दूसरी तरफ इस मामले में हिजाब विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल हर्षा ने हाल ही में अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के खिलाफ और भगवा शॉल के समर्थन में एक पोस्ट साझा किया था. अब इन अफवाहों को हवा देते हुए कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया है कि इस हत्या की साजिश में समुदाय विशेष के गुंडे शामिल थे. उन्होंने कहा, 'घटना से काफी डिस्टर्ब हूं. उसकी हत्या समुदाय विशेष के गुंडों ने की है." उन्होंने आगे कहा कि मैं फिलहाल शिवमोगा जा रहा हूं." ईश्वरप्पा ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के भड़काने पर यह हिंसा हुई, क्योंकि उन्होंने कहा था कि तिरंगा हटाकर, भगवा लहराया गया है.
इस घटना पर मांड्या सांसद सुमलता अंबरीश ने कहा कि शिवमोग्गा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की 'हत्या' दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. कर्नाटक सरकार स्थिति को नियंत्रण में रखने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन कुछ समूह लोगों को भड़का रहे हैं. इस मामले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा, मैं इस घटना की निंदा करता हूं. यह घटना उस जिले में हुई, जहां से होम मिनिस्टर और मुख्यमंत्री आते हैं. दोषियों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए. मैं होम मिनिस्टर के इस्तीफे की निंदा करता हूं.