Congress On Bajrang Dal: कांग्रेस के मंगलवार(2 मई) को जारी किए गए घोषणापत्र में बजंरग दल और पीएफआई पर बैन लगाने के मामले में बयानबाजी तेज हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजयनगर में इसे भगवान हनुमान की पूजा करने वालों को ताले में बंद करने की कोशिश करने का प्रयास करार दिया. इसी बीच कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र करते हुए पीएम मोदी पर इसको लेकर निशाना साधा.


कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जेब से हुननाम भगवान की तस्वीर निकालते हुए कहा, ''पीएम मोदी को शर्म आनी चाहिए. आप बजरंग दल की तुलना मेरे अराध्य देव बजरंग बली से करेंगे. बजरंग दल के बारे में 2017 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि ये ISI सर्टिफाइड दल है. आप सिंधिया से पूछिए कि बजरंग दल को लेकर उनके क्या विचार हैं?'' खेड़ा ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने मेरी आस्था का अपमान किया है. ऐसे में उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.


पीएम मोदी ने क्या कहा था?


पीएम मोदी ने कर्नाटक के विजयनगर जिले के होस्पेट में रैली करते हुए कहा, ‘‘आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है लेकिन दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को प्रणाम करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है.''






पीएम मोदी ने कहा कि पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है. यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है.


कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या था?


कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र हैं. कोई व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई और नफरत एवं शत्रुता फैलाने वाले दूसरे संगठन, चाहे वह बहुसंख्यकों के बीच के हों या अल्पसंख्यकों के बीच के हों, वे कानून और संविधान का उल्लंघन नहीं कर सकते. हम ऐसे संगठनों पर कानून के तहत प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई करेंगे.’’


ये भी पढ़ें- Karnataka Election: 'जय बजरंगबली बोलने वालों को...', कांग्रेस के घोषणापत्र पर पीएम मोदी का बड़ा हमला