पसोपेश खत्म, 22 अगस्त को ही मनाया जाएगा बकरीद का त्योहार
चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मजिस्द के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि 12 अगस्त को दिल्ली के आसमान में बादल छाए रहने की वजह से चांद नहीं दिखा था.
नई दिल्लीः दिल्ली में ईद-उल-अजहा को लेकर पसोपेश की स्थिति खत्म हो गई है. यह तय हो गया है कि बकरीद का त्यौहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा. इससे पहले इमरात-ए-शरीया-हिंद और रूयत-ए-हिलाल कमेटी समेत कई कमेटियों ने 22 अगस्त को ईद-उल-अजहा मनाने का ऐलान किया था लेकिन मरकजी-ए-हिलाल कमेटी ने इससे इत्तेफाक नहीं जताते हुए 23 अगस्त को बकरीद मनाने की घोषणा की थी.
चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मजिस्द के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि 12 अगस्त को दिल्ली के आसमान में बादल छाए रहने की वजह से चांद नहीं दिखा था. 15 अगस्त को फतेहपुरी कदीम-रूयत-ए-हिलाल कमेटी की फिर से बैठक हुई, जिसमें देश के अन्य हिस्सों में चांद दिखने के बारे में कई गवाही आईं. इसके बाद ईद-उल-अजहा या जुहा की तारीख पर सहमति बन गई है.
उन्होंने कहा, ‘देशभर में बकरीद का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा.’
इससे पहले इमरात-ए-शरीया-हिंद और रूयत-ए-हिलाल कमेटी ने रविवार को बयान जारी करके कहा था, ‘दिल्ली में चांद नहीं दिखा है लेकिन गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के कई लोगों ने चांद दिखने की पुष्टि की है.’ इन्होंने ऐलान किया था कि लिहाजा, बकरीद 22 अगस्त को मनाई जाएगी.
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी 22 अगस्त को ही बकरीद का ऐलान किया गया था. गौरतलब है कि बकरीद का चांद 10 दिन पहले दिखता है. शायद ऐसा पहली बार हो रहा है जब बकरीद को लेकर यह पसोपेश की स्थिति बनी है.