Balakot Surgical Strike: भारत और पाकिस्तान दोनों ही फरवरी 2019 को बिल्कुल भी भूल नहीं सकते हैं, जब दोनों मुल्कों के बीच युद्ध के हालात पैदा हो गए. दरअसल, आलम ये हो गया था कि भारत ने पाकिस्तान की ओर 9 मिसाइलों का मुंह मोड़ दिया था. इसकी वजह ये थी कि पाकिस्तान ने भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ लिया था और उन्हें नहीं छोड़ने की बात कहने लगा था. हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की सांसें भी फूल रही थी.
भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी. इसके एक दिन बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना से लोहे लेते हुए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का विमान दुश्मन देश में क्रैश हुआ, जिसके बाद उन्हें घायल अवस्था में पकड़ लिया गया. पहले तो पाकिस्तान ने उन्हें रिहा नहीं करने की बात कही. हालांकि, फिर इमरान खान ने नेशनल असेंबली में ऐलान किया कि पाकिस्तान अभिनंदन को रिहा करने वाला है.
कहानी उस रात की जब पाकिस्तान की कैद में थे अभिनंदन
दरअसल, पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रहे अजय बिसारिया ने एक किताब लिखी है, जिसका शीर्षक-Anger Management: The Troubled Diplomatic Relationship Between India and Pakistan है. इस किताब में बताया गया है कि 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी, 2019 के बीच तीन दिनों तक दोनों देशों में किस तरह के हालात थे. इसमें बताया गया है कि इमरान खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने के लिए लगातार परेशान हो रहे थे.
पूर्व भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान की ओर 9 मिसाइलों को तैनात कर दिया था. इसकी वजह से न सिर्फ पाकिस्तानी सेना, बल्कि वहां की सरकार भी कांप उठी थी. वह अपनी किताब में लिखते हैं कि मिसाइल तैनाती की जानकारी मिलते ही पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. पाकिस्तानी मंत्रालयों में चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल था. आलम ये था कि पाकिस्तानी सरकार आधी रात में ही हस्तक्षेप करने की मांग करने लगी.
पीएम मोदी से बात करना चाहते थे इमरान
अजय बिसारिया ने लिखा कि पाकिस्तानी अधिकारी उन्हें फोन कर उनसे तनाव कम करने की गुजारिश कर रहे थे. पाकिस्तानी अधिकारी चाहते थे कि इमरान खान और पीएम मोदी की बातचीत हो पाए, जो संभव नहीं हुआ. पीएम मोदी ने उस खास रात को 'कत्ल की रात' बताया था. पीएम मोदी 27 फरवरी की रात का जिक्र कर रहे थे, जब अभिनंदन पाकिस्तान की कस्टडी में थे. वह दो दिनों तक पाकिस्तान की कैद में रहे, जिसके बाद उन्हें रिहा किया गया था.
पूर्व भारतीय उच्चायुक्त ने खुलासा किया कि उन्हें भारत में पाकिस्तान के तत्कालीन उच्चायुक्त सोहेल महमूद का आधी रात को फोन आया. उस वक्त सोहेल महमूद पाकिस्तान में ही थे. महमूद ने उन्हें बताया कि इमरान पीएम मोदी से बात करना चाहते हैं. बिसारिया ने आगे बताया कि उन्होंने फिर दिल्ली फोन मिला और सोहेल महमूद को बताया कि इतनी रात को पीएम मोदी अवेलेबल नहीं हैं.
उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारी को सुझाव दिया कि अगर को जरूरी मैसेज है तो उन्हें बताया जाए. हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से इसके बाद न तो उन्हें दोबारा फोन किया गया और न ही कोई मैसेज दिया गया. दरअसल, भारत की कूटनीति के आगे पाकिस्तान झुक गया और फिर उसने अभिनंदन को रिहा कर दिया. अभिनंदन को भले ही पाकिस्तान ने पकड़ लिया था, मगर वह उस दौरान काफी नर्वस भी था.