बालासाहेब ठाकरे या डीवी पाटिल? किसके नाम पर होगा नवी मुंबई एयरपोर्ट, आमने-सामने आए बीजेपी और शिवसेना
सत्ता में बैठी शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि नवी मुंबई के निर्माणाधीन हवाई अड्डे का नाम बाला साहब ठाकरे के नाम पर ही होगा.
हवाई अड्डे का ठिकाना नहीं, लेकिन नवी मुंबई एयरपोर्ट के नामकरण के मुद्दे पर शिवसेना और बीजेपी आमने सामने आ गये हैं. सत्ता में बैठी शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि नवी मुंबई के निर्माणाधीन हवाई अड्डे का नाम बालासाहब ठाकरे के नाम पर ही होगा. हालांकि, स्थानीय कोली और आगरी समाज इसे इलाके के मशहूर राजनेता डीबी पाटिल का नाम देने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी ने भी बालासाहेब ठाकरे का नाम देने का विरोध किया है. कुछ महीनों में नवी मुंबई में महानगर पालिका चुनाव होने हैं. उससे पहले इस विवाद ने राजनीति गर्मा दी है.
मुंबई से सटे नवी मुंबई में निर्माणाधीन हवाई अड्डे को अनुमान के मुताबिक, साल 2019 विधानसभा चुनाव से पहले ऑपरेशनल होना था. भले ही हवाई अड्डे का काम कई डेडलाइन के बाद भी पूरा ना हो सका हो, लेकिन इसके नामकरण को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच तलवारें खिंच गई हैं.
पहले आपको विवाद क्या है ये बता देते हैं. दरअसल, नवी मुंबई की डेवलपमेंट अथॉरिटी सिडको ने प्रस्ताव पास कर नवी मुंबई एयरपोर्ट का नाम बाला साहब ठाकरे के नाम पर रखने का तय किया, जिसके बाद से इसका स्थानिय कोली और आगरी समाज जमकर विरोध कर रहा है. स्थानिय लोगों का मानना है कि इलाके के मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता बीबी पाटील के नाम पर एयरपोर्ट का नाम होना चाहिए. उधर BJP ने भी स्थानिक लोगों की सुर में सुर मिलते हुए बाला साहब ठाकरे का नाम देने का विरोध किया है.
हालांकि, सत्ता में बैठी शिवसेना ने भी स्पष्ट कर दिया है की एयरपोर्ट का नाम शिवसेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे के नाम पर ही होगा. मंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि स्थानीय लोगों की मांग सड़कों के फैसले के बाद सामने आई है. डी बी पाटील का शिवसेना भी सम्मान करती है. मुख्यमंत्री ने स्थानिय लोगों से विनती की है कि किसी और प्रोजेक्ट के लिए
वह सुझाव दें तो डीवी पाटिल का नाम उसे दिया जाएगा.
अगले कुछ महीनों में नवी मुंबई महानगर पालिका के चुनाव होने हैं, उससे पहले एयरपोर्ट के नामकरण के मुद्दे ने स्थानिय स्तर पर राजनीति को गरमा दिया है. साफ है कि अब यह मुद्दा राजनीतिक ज्यादा होगा. दरअसल कहा जा रहा था कि नवी मुंबई का एयरपोर्ट अगर जल बन कर तैयार होता है तो मुंबई एयरपोर्ट का लोड कम हो सकेगा. लेकिन एयरपोर्ट का ठिकाना अब तक नहीं पर नामकरण के मुद्दे पर राजनीति जमकर हो रही है. देखना महत्वपूर्ण होगा कि इलाके की जनता पार्टियों के इस मुद्दे पर चुनाव के दौरान क्या रिएक्शन देती है.