मुंबई: मुंबई में कांग्रेस का अध्यक्ष बदलने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने को लेकर पार्टी में काफी हलचल देखने को मिल रही है. इसका मुख्य कारण है मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट का दिल्ली में संगठन महासचिव वेणुगोपाल से मुलाकात कर इस्तीफे की पेशकश करना. ऐसे में सवाल ये है कि थोराट तो अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं, लेकिन महाराष्ट्र में अब कांग्रेस का नया कप्तान कौन होगा?


महाराष्ट्र कांग्रेस का मौजूदा वक्त में सबसे ताकतवर चेहरा हैं बालासाहेब थोराट. सोमवार को थोराट ने दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और अपने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश की. बालासाहेब थोराट को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिले अभी डेढ़ साल का ही वक्त हुआ है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अशोक चौहान ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद थोराट को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. उनके नेतृत्व में विधानसभा में कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं. थोराट के कुशल नेतृत्व की वजह से ही महाराष्ट्र महा विकास आघाडी सरकार में कांग्रेस शामिल हुई, लेकिन सरकार आने के बाद कांग्रेस के लोगों के काम नहीं होते. ये भी आरोप थोराट के नेतृत्व में लगते रहे हैं.


बालासाहेब थोराट के पास एक ही समय में तीन बड़ी जिम्मेदारियां हैं. राजस्व मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में पार्टी का ग्रुप लीडर. वहीं, उनके भांजे सत्यजीत तांबे के पास युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी है और शायद इसीलिए कांग्रेस के कुछ नेताओं ने दबी जुबान में इस बात को लेकर जरूर नाराजगी जताई है कि एक ही परिवार में इतने पद देना ठीक नहीं है और शायद इसी बात को समझते हुए थोराट ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश पार्टी के नेताओं के सामने की है.


दूसरी तरफ एक अनार और सौ बीमार जैसी स्थिति फिलहाल कांग्रेस पार्टी में दिखाई दे रही है. प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदारियां सामने आती हुईं नजर आ रही हैं. इनमें से एक है विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले जो विदर्भ से आते हैं. विदर्भ के ही मंत्री विजय वडेट्टीवार, नितिन राउत और यशोमती ठाकुर का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए लिया जा रहा है. पार्टी में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि इस बार प्रदेश अध्यक्ष विदर्भ या मराठवाडा से होना चाहिए. मराठवाड़ा से अमित देशमुख और राजीव सातव के नाम की चर्चा भी जोरों पर है.


राहुल गांधी फिलहाल देश में नहीं हैं. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर फिलहाल कोई फैसला होगा, इसकी उम्मीद कम है, लेकिन जिस तेजी से कांग्रेस पार्टी के अंदर प्रदेश अध्यक्ष बदलने को लेकर चर्चा चल रही है उससे यह लगता है कि राहुल गांधी के भारत लौटने के बाद पार्टी इस पर अपना फैसला जल्द लेगी. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी भी मुंबई पहुंचकर पृथ्वीराज चौहान, अशोक चौहान और बालासाहेब थोराट से मुलाकात कर उनकी राय जानेंगे.


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