Delhi Pollution: दिल्ली में अगले आदेश तक कंस्ट्रक्शन पर रोक, तमाम प्रयासों के बाद भी प्रदूषण पर नहीं हो पा रहा नियंत्रण
Air pollution in Delhi: दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर एमसीडी, डीडीए, पीडब्ल्यूडी, पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड, फायर विभाग, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस आदि विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई.
Pollution In Delhi NCT: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निजात नहीं मिल पा रहा है. दिल्ली सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद यह समस्या जस की तस बनी हुई है. यही कारण है कि सोमवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने तमाम विभागों के साथ व एमसीडी के साथ एक बैठक की जिसमें वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के प्रयासों से संबंधित चर्चा की गई. इतना ही नहीं इस बैठक में ये भी तय किया गया कि जब तक सरकार की तरफ से आदेश नहीं दिए जाते हैं, तब तक राजधानी दिल्ली में कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन के काम पर रोक लगी रहेगी. हालांकि दिल्ली सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इंटीरियर डेकोरेशन, प्लंबिंग और इलेक्ट्रिकल वर्क करवाने की इजाजत है.
इतना ही नहीं 7 दिसंबर तक राजधानी दिल्ली में ट्रकों पर पाबंदी रहेगी. हालांकि सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है. इसके अलावा एसेंशियल गुड यानी आवश्यक वस्तु को लाने वाले ट्रकों पर भी रोक नहीं रहेगी. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक बात और कही, वह ये कि राजधानी दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए कुदरत का साथ मिलना भी बेहद आवश्यक है. जब तक तेज हवा नहीं चलती या बारिश नहीं होती है, तब तक प्रदूषण के स्तर पर नियंत्रण पाना एक कठिन कार्य है. वहीं अभी ऑड इवन पर कोई विचार नहीं किया गया है.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि आज दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण पाने को लेकर एमसीडी, डीडीए, पीडब्ल्यूडी, पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड, फायर विभाग, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस आदि विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी. बैठक के दौरान हुई चर्चा में ये बात हुई कि राजधानी दिल्ली में अभी भी प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में है. तमाम प्रयासों के बावजूद प्रदूषण नियंत्रित नहीं हो पा रहा है. इसकी वजह हवा का बेहद कम गति से चलना और बारिश न होना भी है.
विशेषज्ञों की राय ये है कि अभी आगे भी दिल्ली के अंदर प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहने की संभावना है. दिल्ली के अंदर प्रदूषण के जो हालात हैं, उसे लेकर सभी विभागों के साथ हुई समीक्षा बैठक में प्रमुख निर्णय लिए गए हैं, जो निम्नलिखित हैं
- कंस्ट्रक्शन पर अगले निर्देश तक रोक लगाई गई है. हालांकि प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल और इंटीरियर डेकोरेशन कराने पर कोई रोक नहीं है. डेमोलिशन पर भी रोक रहेगी. ये सब धूल को रोकने के लिए किया जा रहा है.
- जो ट्रक दिल्ली में समान लेकर आते हैं, उन पर 7 दिसंबर तक बैन रहेगा. हालांकि जरूरी वस्तुओं को लाने वाले ट्रक, इलेक्ट्रिक और सीएनजी से चलने वाले ट्रक आ सकते हैं.
- रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ का तीसरा चरण अब 3 दिसंबर से 18 दिसंबर तक बढ़ाया गया.
- जो मजदूर निर्माण से जुड़े हैं, उन्हें सरकार की तरफ से ₹ 5000 दिए जाएंगे
- आज से 14 मेजर कॉलोनी, जहां पर दिल्ली सरकार के फ्लैट्स हैं, वहां से सुबह 8:30 से बस सचिवालय के लिए चलेगी. जो शाम को दिल्ली सरकार के कर्मियों को वापस कॉलोनियों में छोड़ेगी.
- इन कॉलोनियों में गुलाबी बाग, मयूर विहार फेज-2, मोतिया खान, तिमारपुर, हरि नगर, निमड़ी कॉलोनी अशोक विहार, विकासपुरी, वसंत कुंज, कड़कड़डूमा आदि 14 कॉलोनी में बस सेवा शुरू की गई.
- दिल्ली के अंदर आज से स्कूल, कॉलेज, इंस्टीट्यूट खुले हैं.
- सरकारी दफ्तर आज से खुले है, जो पहके वर्क फ्रॉम होम काम कर रहे थे, वे लोग आज से ऑफिस आ रहे हैं.
- पीयूसी की चेकिंग जारी रहेगी.
- अक्टूबर-नवंबर में 18 लाख पीयूसी सर्टिफिकेट जारी किए गए
- ओपन बर्निंग को रोकने कर 8480 साइट का विजिट किया गया, ओपन बर्निंग को लेकर. इनमें से 1000 जगह वायलेशन पाया गया.
- ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा अवेयरनेस कैंपेन चलाया जा रहा है, दिल्ली के सभी लोगों से अपील की जा रही है कि प्रदूषण को लेकर ढिलाई न बरतें.
- यदि कहीं कंस्ट्रक्शन चोरी छिपे चल रहा है तो ग्रीन दिल्ली एप के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं.
- विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति बेहद कम है. इसलिए ठहराव की स्थिति बनी हुई है, इसलिए प्रदूषण बना हुआ है.