नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने क्वॉरन्टीन सेंटर में मोबाइल फोन बैन करने का आदेश दिया है. अब इस फैसले पर विवाद हो गया है. आदेश में कहा गया है कि चूंकि मोबाइल फोन से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है इसलिए जिन लोगों को क्वॉरन्टीन सेंटर में भेजा जाएगा उनके मोबाइल जमा कर लिए जाएंगे. आपको बता दें कि मरीज वार्ड में समस्याओं का वीडियो बनाकर वायरल कर रहे थे. इससे बचने के लिए सरकार ने ये तोड़ निकाला है. अब इसे लेकर राज्य पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है.


अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ''अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो आइसोलेशन वार्ड के साथ पूरे देश में इसे बैन कर देना चाहिए. यही तो अकेले में मानसिक सहारा बनता है. वस्तुतः अस्पतालों की दुर्व्यवस्था व दुर्दशा का सच जनता तक न पहुंचे, इसीलिए ये पाबंदी है. ज़रूरत मोबाइल की पाबंदी की नहीं बल्कि सैनेटाइज़ करने की है.


यूपी में कोरोना वायरस के मामले 6000 के पार


उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों पर लगातार वृद्धि हो रही है. प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 6 हजार के पार हो गई है. 24 घंटे में 288 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बाद अब राज्य में कोरोना के कुल 6017 मामले हो गए हैं. कुल मामलों में 1423 प्रवासी मजदूर हैं.


राज्य में एक्टिव केस की संख्या 2456 है, जबकि 3406 मरीज संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. वहीं, इलाज के दौरान 155 मरीजों की जान जा चुकी है. यूपी में सर्वाधिक मामले आगरा में है, जहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 845 हो गया है.


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