वाराणसी: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में छात्राओं से छेड़खानी के मुद्दे पर जारी बवाल एक बार फिर गरमा गया है. पुलिस के जरिए देर रात छात्राओं को खदेड़ दिए जाने के बाद अब लंका इलाके में हज़ारों की संख्या में लड़के इकट्ठे होकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने की कोशिश में डीएम लगे हैं, लेकिन छात्र मानने को तैयार नहीं हैं. पूरे इलाके में दहशत की वजह से दुकानें बंद हैं. छात्रों का आरोप है कि अब बीएचयू प्रशासन जबरन हॉस्टल खाली कराने की कोशिश कर रहा है.
प्रशासन के लिए मुश्किल ये है कि लंका इलाके में एनएसआईयू के समर्थक छात्र बड़ी संख्या में मौजूद हैं. वहीं वीसी के समर्थन में भी छात्र यहां इकट्ठा हैं. इन दोनों छात्र गुटों की मौजूदगी से भिड़ंत की बड़ी आशंका बनी हुई है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरे कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस और पीएसी के करीब 1500 जवान कैंपस में तैनात किए गए हैं.
छात्राओं पर पुलिसिया कार्रवाई
आपको बता दें कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में शनिवार देर रात पुलिसिया कार्रवाई हुई जिसके बाद आंदोलनरत छात्राओं की जमकर पीटाई की गई और उन्हें खदेड़ दिया गया. कई छात्राएं जख्मी हैं. आधी रात को हुई हिंसा के बाद बीएचयू दो अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है.
कांग्रेस का धरना
दूसरी तरफ अब ये मुद्दा सियासी रंग ले लिया है. वाराणसी के गिलट बाज़ार इलाके में कांग्रेस नेता राज बब्बर, पीएल पुनिया और अजय राय धरने पर बैठ गए हैं. वो छात्राओं को इंसाफ दिलाने की बात कर रहे हैं.
शनिवार की रात को क्या हुआ?
बीएचयू में शनिवार रात करीब 11 बजे वीसी हाउस पर प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. पुलिस ने बीएचयू मेन गेट पर बैठी छात्राओं को बलपूर्वक हटाया. ये छात्राएं बीते तीन दिन से प्रदर्शन कर रही थीं.
वीसी से मिलने छात्र उनके आवास पर जा रहे थे तभी सुरक्षाकर्मियों से उनकी झड़प हुई. पुलिस के इस बलप्रयोग में मीडियाकर्मी समेत कई घायल हो गए. एक छात्रा की हालत गंभीर बतायी जा रही है. नाराज स्टूडेंट्स ने कैंपस में पथराव और आगजनी करने लगे. वहां खड़े एक टू-व्हीलर को आग के हवाले कर दिया.
देर रात अधिकारियों ने की मीटिंग
बीएचयू में छात्राओं के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन हरकत में आ गया. रात 3.30 बजे आईजी, कमिश्नर और डीएम ने बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी के साथ बैठक की. बैठक के बाद अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
वीसी की सफाई
हंगामे के बाद बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र ने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर से लोग आए जिन्होंने इस आंदोलन को हवा देने की कोशिश की.
दो अक्टूबर तक बंद रहेगा कैंपस
प्रदर्शन को देखते हुए बीएचयू कैंपस को 2 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया गया है.
क्यों हो रहा है प्रदर्शन?
बनारस हिंदू विश्विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ छेड़खानी हुई थी. छेड़खानी की घटनाओं के विरोध में बीएचयू की छात्राएं पिछले तीन दिन से प्रदर्शन कर रही हैं. प्रदर्शन कर रही छात्राएं कुलपति से आश्वासन की मांग कर रही हैं. प्रदर्शनकारी छात्राओं का आरोप है कि कुछ लड़के उनके हॉस्टल की बाहर खड़े रहते हैं. खिड़कियों से पत्थर में लेटर लिखकर भेजते हैं. इतना ही नहीं ये लड़के लड़कियों को गंदे गमदे इशारे भी करते हैं. विरोध करने पर धमकी दी जाती है.