कुछ छात्रों का प्रदर्शन और कार्रवाई कोई बहुत बड़ी घटना नहीं: BHU वीसी
वाराणसी: बीएचयू के वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा है कि इस पूरे मामले में बाहरी लोगों की सहभागिता थी और विश्वविद्यालय की बहुत कम छात्राएं इस धरने में शामिल थीं.
उन्होंने माना कि 21 सितंबर को एक लड़की के साथ छेड़खानी की घटना हुई और इसकी शिकायत थाने में दर्ज कर ली गई है. उन्होंने कहा कि लड़कियों ने पहले उनसे मुलाकात की और संतुष्ट भी थीं लेकिन बाहरी लोगों के शामिल होनर की वजह से ये घटनाएं हुईं.
वीसी का कहना है कि जिस तरह से विश्वविद्यालय में पेट्रोल बम फेंके गए, उसको देखते हुए कल का मामला कोई बड़ा मामला नहीं है. वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि 40 हज़ार विद्यार्थियों वाली युनिवर्सिटी में कुछ छात्रों का प्रदर्शन और कार्रवाई कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग यहां ढाई साल से अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे. इन लोगों ने सुनियोजित तरीक़े से कल इस घटना को अंजाम दिया है.
वीसी इस घटना को अपनी नैतिक और वैधानिक ज़िम्मेदारी मानते हुए कहते हैं कि इस मामले में जांच के लिए एक समिति बनाई गई है और जांच के नतीजे आने के बाद उचित कदम उठाया जाएगा.
मुंडन कराने वाली आकांक्षा गुप्ता नाम की लड़की को लेकर उन्होंने कहा कि वो नहीं जानते कि वो लड़की बीएचयू की है या नहीं लेकिन उन्हें पता चला है कि वो हर महीने मुंडन कराती है. गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि वो ज़रूरत पड़ी तो छात्राओं के अभिभावकों से बातचीत करेंगे.
क्यों हो रहा है प्रदर्शन?
बनारस हिंदू विश्विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ छेड़खानी हुई थी. छेड़खानी की घटनाओं के विरोध में बीएचयू की छात्राएं पिछले तीन दिन से प्रदर्शन कर रही हैं. प्रदर्शन कर रही छात्राएं कुलपति से आश्वासन की मांग कर रही हैं. प्रदर्शनकारी छात्राओं का आरोप है कि कुछ लड़के उनके हॉस्टल की बाहर खड़े रहते हैं. खिड़कियों से पत्थर में लेटर लिखकर भेजते हैं. इतना ही नहीं ये लड़के लड़कियों को गंदे गमदे इशारे भी करते हैं. विरोध करने पर धमकी दी जाती है.