बेंगलुरू: साफ-सफाई का हवाला देकर दाढ़ी बढ़ाने पर रोक लगाने वाला प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज विवादों में घिर गया है. कॉलेज में पढ़ रहे कश्मीर के कुछ छात्रों ने दावा किया है कि इससे उनकी धार्मिक आस्था प्रभावित हुई है. इसपर आदर्श कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रबंधन ने कहा कि इस कदम का मकसद साफ-सफाई को बढ़ावा देना था ना कि किसी धर्म-विशेष को आहत करना. आगे यह भी बताया कि इस मुद्दे को अब सुलझा लिया गया है.
जब कॉलेज प्रबंधन से यह पूछा गया कि क्या दाढ़ी बढ़ाने के संबंध में कॉलेज ने कोई आदेश जारी किया था. जवाब देते हुए कॉलेज के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, "यह सच नहीं है. हम लोग इसे सुलझा चुके हैं. छात्र कक्षाओं में हैं." उन्होंने कहा कि छात्रों और प्रबंधन के बीच कुछ गलतफहमी हो गई थी अब सबकुछ ठीक हो गया है.
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अधिकारी ने आगे कहा, हमने निर्देश दिया था कि वो दाढ़ी ट्रिम कर सकते हैं और ठीक-ठाक तरीके से कॉलेज में भी आ सकते हैं. खबरों के मुताबिक, कुछ छात्रों ने आरोप लगाया था कि दाढ़ी नहीं काटने पर उन्हें कक्षा में बैठने से रोका गया. कश्मीर के कुछ छात्रों ने दावा किया कि जिससे उनकी आस्था प्रभावित हुई.