'बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए ठोस कदम उठाएं पीएम मोदी', चरमपंथियों को लेकर और क्या बोले संजय निरुपम?
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में बिगड़े हालात को लेकर देश में भी चिंता होने लगी है. शेख हसीना को अपना देश छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी वहीं बांग्लादेश की सीमा पर सैनिकों की चौकसी बढ़ा दी गई.
Bangladesh Crisis News: पड़ोसी देश बांग्लादेश में मचे बवाल ने भारत पर भी असर डाला है. सीमा सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई. हिंसा के इस दौर में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया, हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ दिया गया, घरों को जला दिया गया और महिलाओं के अपहरण के साथ-साथ बदसलूकी की खबरें भी सामने आईं. इस पूरे मामले पर एनडीए के घटक दल शिवसेना के नेता संजय निरूपम ने एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत की.
उन्होंने कहा, "बांग्लादेश के हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं. बांग्लादेश में समाजसेवी और मानवसेवा के लिए जाने जाने वाले मंदिरों को तोड़ा और जलाया गया. 2 हिंदू काउन्सलर की हत्या की गई. 27 जिलों में हिन्दू समाज को टारगेट किया गया. चिकेन नेक को लेकर तकलीफ रही है और अब समय आ गया है कि चरमपंथियों को आखिरी वॉर्निंग देनी पड़ेगी. संदेश देना होगा की हिंदुओं को सुरक्षित रहने दो वरना हम किसी भी स्थिति तक जाने के लिए तैयार हैं."
'जिसने बांग्लादेश को तबाह किा, उनका निशाना भारत भी'
संजय निरूमप ने आगे कहा, "बीएसएफ अलर्ट पर है और रहना चाहिए. अराजकता ऐसे ही नहीं देखने को मिली. जिसने बांग्लादेश तबाह किया उनका निशाना भारत भी है. वहां की आग की लपटों में एक भी हिंदू नहीं आना चाहिए. NDA के घटक दल शिवसेना की मांग है कि भारत पड़ोसी देश के चरमपंथियों को साफ संदेश दे. बांग्लादेश के एक करोड़ से ज्यादा हिंदू उम्मीद से भारत की तरफ देख रहे हैं."
संजय निरूपम ने उद्धव ठाकरे को लिया निशाने पर
उन्होंने विपक्षी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा, " उद्धव ठाकरे को बांग्लादेशी वोट बैंक की चिंता है. इसलिए, वो और संजय राउत बांग्लादेश के हिंदुओं के बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं. उद्धव की वैचारिक बुद्धि खत्म हो गई है. गुट माइनॉरिटी वोट पर उछल रहे हैं और बांग्लादेश पर बोलने के लिए यहां के मुल्ला से इजाजत लेने के बाद बोलेंगे."
संजय निरूपम ने साजिश की जताई आशंका
संजय निरुपम ने देश की चुनी सरकार के खिलाफ साजिश की आशंका जताते हुए कहा, "जो बांग्लादेश में हुआ उसमें चीन, अमेरिकी और यूरोप के देश हैं. विदेशी ताकतों के आधार पर देश में चुनी हुई सरकार के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा. हिंदुस्तान की सरकार लोकप्रिय सरकार है. हिंदुस्तान के 85% हिंदुओं के दिलों में दर्द है. पीएम मोदी एक कठोर भूमिका लें कि अगर चरमपंथी नहीं रुके तो भारत किसी भी हद तक जा सकता है."
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